नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के जीटीबी अस्पताल के कोविड अस्पताल होने की वजह से वहां इलाज करवा रहे हड्डी के मरीज काफी परेशानी का सामना कर रहे हैं. जीटीबी में उन्हें गेट के अंदर भी नहीं जाने दिया जा रहा है और मरीजों की भारी भीड़ की वजह से स्वामी दयानंद अस्पताल में भी उन्हें दवा देकर वापस भेजा जा रहा है.
सर्जरी के मरीजों को हो रही है ज्यादा दिक्कत
जीटीबी अस्पताल के कोविड अस्पताल होने की वजह से वहां हड्डी के जिन मरीजों का कुछ समय पहले ही ऑपरेशन हुआ था और अब फ़ॉलोअप कराना था उन्हें ज्यादा दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. उत्तर प्रदेश से आए एक मरीज की पत्नी का कहना है कि उनके पति का पिछले मंगलवार को एक्सीडेंट हुआ था, तब डॉक्टरों ने प्लास्टर चढ़ाकर एक सप्ताह बाद आने को कहा था. लेकिन अब वे अस्पताल में ही नहीं जाने दे रहे हैं. वहीं स्वामी दयानंद अस्पताल में भी उनकी ठीक से जांच करने के बजाए डॉक्टरों ने सिर्फ दवाई लिखकर उन्हें घर भेज दिया.
कहां जाएं, किसे दिखाएं
पूर्वी दिल्ली के ही रहने वाले एक मरीज के परिजन का कहना है कि स्वामी दयानंद अस्पताल में डॉक्टर दवाई लिखने से ज्यादा कुछ नहीं कर रहे हैं. उनका कहना है कि 'दवाई लेना है तो ले लो नहीं तो जहां मन करे वहां चले जाओ', लेकिन बुजुर्ग मरीज को लेकर कहां जाएं ये कोई नहीं बता रहा है. आस पास और कोई अस्पताल भी नहीं है जहां वे अपने मरीज को ले जा सकें. ऐसे में अब मरीजों और उनके तीमारदारों को समझ नहीं आ रहा है कि कहां जाएं और किसे दिखाएं.