नई दिल्ली: दिल्ली के तिलक मार्ग इलाके में पिकेट जांच के दौरान एक स्कूटी पर सवार दो लोगों की जांच करने पर उनके बैग से 85.87 लाख रुपये मिले हैं. ये रुपए उन्होंने अपने पिट्ठू बैग में भर रखे थे. पूछताछ में दोनों रुपए के स्रोत का कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए तो पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया. केरल मूल के दोनों आरोपियों के खिलाफ सीआरपीसी की धारा 102 के तहत मामला दर्ज कर कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है.
पुलिस अधिकारी ने बताया कि तिलक मार्ग थाना पुलिस की टीम अपराध नियंत्रण के लिए सोमवार शाम 7.45 बजे मथुरा रोड पर मटका पीर के पास एक पिकेट पर वाहनों की जांच कर रही थी. इसी दौरान वहां एक सफेद स्कूटी पर सवार दो युवक पहुंचे. जांच के दौरान उनके पिट्ठू बैग में 500-500 के नोटों की गड्डियां मिलीं. इतनी भारी मात्रा में रुपए मिलने पर पुलिसकर्मियों ने तत्काल इसकी सूचना अपने वरिष्ठ अधिकारियों को दी. दोनों को हिरासत में लेकर थाने ले जाया गया जहां पूछताछ करने पर दोनों ने ही रुपयों से संबंधित कोई भी संतोषजनक उत्तर नहीं दिया. इसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर दोनों गिरफ्तार कर लिया.
केरल के हैं दोनों आरोपीः दोनों की पहचान मिसबाहुद्दीन और शमीम हुसैन के रूप में हुई है. दोनों केरल के कोझिकोड जिला के रहने वाले हैं. आशंका है कि यह रुपये हवाला के हैं. दोनों ही आरोपी बीच के सप्लायर हैं, जो एक स्थान से दूसरे स्थान पर रुपयों की डिलीवरी देते हैं. पुलिस उनसे उन्हें रुपयों से भरा बैग देने वाला और जिसे देना था उसके बारे में पूछताछ कर रही है. पुलिस ने इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को इसकी जनकारी दे दी है.
नोएडा में महिला डॉक्टर से ठगीः वहीं, नोएडा के सेक्टर 100 स्थित एक सोसाइटी में रहने वाली निजी अस्पताल की विभागाध्यक्ष को साइबर ठगों ने बहन का इलाज कराने का झांसा देकर एक लाख 40 हजार रुपये की ठगी कर ली. ठगों ने महिला डॉक्टर के फोन में एक ऐप डाउनलोड करा वारदात को अंजाम दिया है. ठगी का शिकार होने पर पीड़िता महिला डॉक्टर ने थाना सेक्टर 39 में अज्ञात ठगों के खिलाफ पुलिस को शिकायत दी है.
शिकायत में डॉक्टर कनिका अग्रवाल ने बताया कि कुछ दिन पहले एक व्यक्ति ने फोन कर बताया कि वह बीएसएफ में नौकरी करता है. उनकी बहन को काफी दिनों से कोई बीमारी है, जिसका उन्हें इलाज कराना है. इसके बाद कुछ देर तक बात करने के दौरान आरोपी ने महिला डॉक्टर को ऑनलाइन फीस देने की बात कही. पेटीएम से रुपये ट्रॉसफर करने के लिए कहा. जिसमें पहली बार रुपये ट्रॉसफर करने के दौरान आरोपी ने कहा बीएसएफ का अकाउंट होने के कारण रुपये ट्रांसफर नहीं हो पाया है. जिस पर आरोपी ने महिला डॉक्टर फोन में ऐप डाउनलोड करवा दिया. इसके बाद ठगों ने फोन को हैक कर खाते से यूपीआई के जरिए दो बार में कुल एक लाख 40 हजार रुपये ठग लिए.