नई दिल्लीः मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अब हर महीने पानी आपूर्ति, रेन वाटर हार्वेस्टिंग और सीवर पाइप लाइन बिछाने के प्रोजेक्ट की प्रगति की समीक्षा करेंगे. ये घोषणा खुद मुख्यमंत्री ने जल बोर्ड की समीक्षा बैठक में की. इस बैठक में मुख्यमंत्री के साथ जल बोर्ड के चेयरमैन सत्येंद्र जैन और उपाध्यक्ष राघव चड्ढा समेत वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे.
हर महीने की 15 तारीख को होगी समीक्षा बैठक
समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि सभी प्रोजेक्ट को निर्धारित समय सीमा के अंदर पूरा करने पर ध्यान देना होगा. उन्होंने कहा कि वे दिल्ली को 24 घंटे पानी की आपूर्ति को लेकर चल रहे प्रोजेक्ट की हर महीने की 15 तारीख के आसपास समीक्षा करेंगे. समीक्षा बैठक में दिल्ली जल बोर्ड के अधिकारी प्रजेंटेशन के माध्यम से उन्हें कार्य की प्रगति के बारे में जानकारी देंगे.
इस दौरान डीजेबी के अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि एसटीपी और एसपीएस के निर्माण के लिए सात स्थानों पर जमीन की समस्या आ रही है. इस पर सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि जहां पर भी जमीन को लेकर समस्या आ रही है, उसके लिए वे एलजी साहब से बात करेंगे. उन्होंने कहा कि रेन वाटर हार्वेस्टिंग का नया माॅडल अपनाया जाएगा और आवासीय और व्यावसायिक क्षेत्रों में पानी को फिल्टर करके बोरवेल में डाला जाएगा.
एक बार में ही बनेगी सड़क और सीवर
दिल्ली जल बोर्ड के चेयरमैन सतेंद्र जैन ने कहा कि अक्सर देखा जाता है कि सीवर लाइन डालने के लिए बार-बार सड़क को खोदना पड़ता है. इससे लोगों को परेशानी होती है. इसलिए दिल्ली में जहां पर भी सड़क का निर्माण किया जा रहा है, वहां पर सड़क के अंदर पहले ही सीवर की पाइप लाइन डाल दिया जाए, ताकि बाद में खुदाई करने की नौबत नहीं आए.
उन्होंने बताया कि दूसरे राज्यों से दिल्ली को आवश्यक पानी नहीं मिल पा रहा है और पानी प्राप्त करने में समस्या आ रही है. अभी प्राप्त पानी की शत प्रतिशत आपूर्ति की जा रही है. दिल्ली जल बोर्ड के अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली को 2031 तक करीब 1500 एमजीडी पानी की जरूरत पड़ेगी.
दिल्ली की काॅलोनियों में पानी की आपूर्ति पाइप लाइन से पहुंचाने का प्रयास तेजी से जारी है. अभी तक 1799 काॅलोनियों में से 1622 में पाइप लाइन बिछाई जा चुकी है. अगले छह महीने में इन काॅलोनियों में पाइप लाइन से साफ पानी की आपूर्ति हो जाएंगी. इसके अलावा, 113 काॅलोनियों को छोड़ कर बाकी में मार्च 2022 तक पानी की पाइप लाइन पहुंच जाएगी.
कॉलोनियों में पानी सप्लाई की स्थिति
वाटर प्रोजेक्ट के तहत पीपीपी एरिया और संगम विहार कॉलोनी की कुल 580 अनाधिकृत व अधिकृत कॉलोनियां आती हैं. इसमें 517 कॉलोनियों को पानी के नेटवर्क से जोड़ा जा चुका है. बाकी बचे सारी कॉलोनी में दिसंबर 2021 तक काम पूरा कर लिया जाएगा. वहीं, दिल्ली में कुल 1799 कच्ची कॉलोनियां हैं. इसमे से पूर्वी दिल्ली में 260 कॉलोनियां है, जिसमें से 256 कॉलोनियों को वाटर नेटवर्क से जोड़ा जा चुका है.बाकी पड़े कॉलोनी को डिमार्केशन और एनओसी मिलने के 8 महीने के बाद पूरा कर लिया जाएगा.
साउथ दिल्ली में 432 कॉलोनी हैं, जिसमें 352 कॉलोनी तक पानी का नेटवर्क पहुंचाया जा चुका है और बाकी पड़े सबको मार्च 2020 तक पूरा कर लिया जाएगा. सेंट्रल दिल्ली और नॉर्थ दिल्ली में कुल 144 कॉलोनी हैं, जिसमें 138 कॉलोनी को पानी के नेटवर्क से जोड़ा जा चुका है और बाकी बचे हुए सारे कॉलोनी में मार्च 2022 तक पानी पहुंचा दिया जाएगा.
वेस्ट दिल्ली में 383 कॉलोनी हैं, जिसमें से 359 कॉलोनियों में पानी नेटवर्क पहुंच चुका है और बाकी बचे हुए कॉलोनी में 31 अक्टूबर 2021 तक पानी पहुंचा दिया जाएगा. पूरी दिल्ली में कुल 1799 कॉलोनियों में से 1622 में पानी पहुंच चुका है और पानी का नेटवर्क बिछाया जा चुका है. 1571 कॉलोनी में पानी पहुंचाया जा रहा है, बाकी 113 ऐसी कॉलोनी है जिनका डिमार्केशन होना है. दिल्ली सरकार इस बात के लिए प्रतिबद्ध है कि मार्च 2022 तक दिल्ली के सारे अनाधिकृत व अधिकृत कॉलोनियों में पानी पहुंचा दिया जाए.