नई दिल्ली: द्वारका स्थित कारगिल कॉलोनी में बीते दिनों नगर निगम द्वारा डेमोलिशन की कार्रवाई हुई. इसके खिलाफ स्थानीय लोगों में काफी रोष देखने को मिल रहा है,
तोड़ दिया वृद्धाश्रम
देश के उन वीर सपूतों ने जिन्होंने कारगिल से पाकिस्तान को खदेड़ने में अपने प्राणों की आहुति दे दी, उनके निराश्रित माता पिता का ठिकानों को अवैध बताकर तोड़ दिया गया. द्वारका सेक्टर-18 स्थित कारगिल कॉलोनी में स्थानीय लोगों ने मिलकर एक छोटा सा वृद्धाश्रम बनाया था, जिसे अब अवैध बताकर तोड़ दिया गया है. इससे यहां पनाह लेने वाले बुजुर्गों के सामने पहाड़ से भी बड़ी मुसीबत खड़ी हो गई है.
वाजपेई के समय बसी थी कालोनी
लोगों का कहना है कि केवल वृद्धाश्रम ही नहीं बल्कि यहां कालोनी वालों ने आत्मनिर्भर होने के लिए दूध के कुछ स्टॉल भी बनाए थे. नगर निगम की कार्रवाई में उन्हें भी तोड़ दिया गया. बताया जाता है कि कारगिल विजय के बाद शहीदों के परिजनों के सम्मान में तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के समय इस कालोनी को बसाया गया था. इस पर हुई कार्रवाई से लोगों में खासी नाराजगी है और नगर निगम के बहाने भाजपा की देशभक्ति पर सवाल उठने लगे हैं.