नई दिल्ली: द्वारका इलाके में नालों के ऊपर बने फुटपाथों पर कई जगह खतरनाक गड्ढे बन आये हैं. कई जगह मेन होल खुले हुए हैं, जो राहगीरों के लिए परेशानी ही नहीं बल्कि खतरा भी बने हुए हैं. कई बार इसकी शिकायत करने के बाद भी इस पर संबंधित विभाग की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं कि गयी, जिसका परिणाम एक महिला के मौत के रूप में सामने आया है.
मामला बुधवार की शाम का है, जब एक महिला द्वारका के मेला ग्राउंड में रावण दहन देखने के बाद फुटपाथ पर चल कर द्वारका सेक्टर 14 स्थित वापस अपने घर को लौट रही थी. लेकिन इस दौरान सेक्टर 13 में खुले ड्रेन में गिरने से उनकी मौत (Woman dies after falling in drain Dwarka) हो गयी. हालांकि महिला के गिरने के बाद वहां मौजूद लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी, जहां पहुंची पुलिस ने ड्रेन में तलाश कर उनको बाहर निकलवाया और उन्हें अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
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महिला की पहचान 60 वर्षीय सुधा देवी के रूप में हुई है जो भरत विहार की रहने वाली थी. पुलिस अधिकारी ने बताया कि बुधवार शाम करीब 7 बजे द्वारका सेक्टर 13 इलाके से पुलिस को सूचना मिली थी कि एक बुजुर्ग महिला रिलायंस फ्रेस के सामने बहने वाले ड्रेन में गिर गई है. वह ड्रेन पर बने फुटपाथ से जा रही थी उसी दौरान खुले ड्रेन में गिर गई. उस स्थान पर रौशनी नहीं होने और आस पास पेड़ के होने से काफी अंधेरा था, जिससे महिला खुला ड्रेन नहीं देख पाई.
द्वारका सेक्टर 12 की रहने वाली और समाजसेवी, नीलम शर्मा ने बताया कि बुधवार की रात वो भी वहां से गुजर रही थीं, जब उन्होंने भीड़ को देखा तो लोगों से पूछने पर उन्हें एक महिला के गिरने के बारे में पता चला. उन्होंने विभागीय लापरवाही पर रोष जाहिर करते हुए बताया कि अगर पीडब्ल्यूडी ने इस पर ध्यान दिया होता तो ये दुखद हादसा नहीं हुआ होता.
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उन्होंने इसे लापरवाही और विभागीय उदासीनता कहते हुए बताया कि एक तो लोगों को पता ही नहीं होता है कि किस डिपार्टमेंट के अंदर ये आता है और एमसीडी, डीडीए और पीडब्ल्यूडी के चक्कर काटने के बाद जब शिकायत सही विभाग तक पहुंची भी तो उस पर विभाग की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की. ऐसे ही कई गड्ढे द्वारका के कई सेक्टर में हैं, जिस पर ध्यान नहीं देने के कारण हमेशा ही लोग हादसों का शिकार होते रहते हैं.
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