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दिल्ली में लगते हैं 2700 साप्ताहिक बाजार, नहीं मिली अनुमति तो करेंगे धरना-प्रदर्शन

कोरोना महामारी के चलते दिल्ली में साप्ताहिक बाजार (Weekly Market In DelhI) लगाने वाले आमदनी नहीं होने से परेशान हैं. इसी संबंध मेंं बाजार लगाने वाली एसोसिएशन Delhi Hawkers ज्वाइंट एक्शन कमेटी अध्यक्ष से लगातार मीटिंग कर रही है. कमेटी के अध्यक्ष का कहना है कि यदि सरकार एक हफ्ते के बाद Weekly Market खोलने की अनुमति नहीं देती तो सरकार के खिलाफ धरने प्रदर्शन किए जाएंगे.

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साप्ताहिक बाजार लगाने की मांग
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Published : Jul 21, 2021, 8:48 PM IST

नई दिल्ली: दिल्ली में कोरोना महामारी के दौरान से ही साप्ताहिक बाजार लगाने वाले लोग काफी परेशान हैं, जिससे इन लोगों के सामने आर्थिक संकट गहरा गया है और लगातार सरकार से साप्ताहिक बाजार लगाने की मांग कर रहे हैं. जिसकी अभी तक अनुमति नहीं मिली है.

16 अप्रैल 2021 को दिल्ली में लॉकडाउन लगा था, उसके करीब तीन महीने बाद भी साप्ताहिक बाजार लगाने वाले लोगों को बाजार लगाने की अनुमति नहीं मिली है. बाजार लगाने वाली एसोसिएशन लगातार Delhi Hawkers ज्वाइंट एक्शन कमेटी अध्यक्ष से बाजार लगाने को लेकर मीटिंग कर रही है. मीटिंग में निर्णय लिया गया कि यदि सरकार एक हफ्ते के बाद बाजार लगाने की अनुमति नहीं देती तो उनके खिलाफ धरना-प्रदर्शन भी किया जाएगा.

साप्ताहिक बाजार लगाने की अनुमति नहीं मिली तो करेंगे धरना-प्रदर्शन
दिल्ली में 2700 साप्ताहिक बाजार लगते हैं. कोरोना महामारी के दौरान सबसे पहले इन्हीं साप्ताहिक बाजारों को बंद किया गया था, जिन्हें अब तक खोलने की अनुमति दिल्ली सरकार की ओर से नहीं दी गई है. दिल्ली की हॉकर ज्वाइंट एक्शन कमेटी के अध्यक्ष अश्वनी बागड़ी ने साप्ताहिक बाजार लगाने वाली समितियों के साथ मिलकर सरकार को चेताया, यदि सरकार एक हफ्ते में साप्ताहिक बाजार लगाने की अनुमति नहीं देती तो सभी एसोसिएशन मिलकर सरकार के खिलाफ धरने प्रदर्शन करेंगी. साप्ताहिक बाजार के लिए एक संयुक्त मोर्चा भी बनेगा, जो दिल्ली सरकार और नगर निगम से बात करेगा. बाजार लगाने वाले लोगों का कहना है कि कोरोना महामारी के दौरान दिल्ली सरकार द्वारा ऑटो चालकों को भी मदद की गई, लेकिन साप्ताहिक बाजार लगाने वाले बेरोजगार हुए लोगों के लिए सरकार की ओर से कोई आर्थिक मदद नहीं की गई.

सरकार ने पूरी तरह से साप्ताहिक बाजारों को बंद कर दिया और वह अब भी पिछले 3 महीने से लगातार बंद हैं. सरकार की तरफ से बाजार खोलने के लिए भी कोई योजना नजर नहीं आ रही है. इन 2700 साप्ताहिक बाजार लगाने वाले लोगों का कहना है कि परिवार पूरी तरह से आर्थिक संकट से जूझ रहा है.

अब भीख मांगने के अलावा कोई चारा नहीं बचा है. इन्हीं सभी मुद्दों को लेकर साप्ताहिक बाजार लगाने वाले लोग अपने जनप्रतिनिधियों से भी काफी नाराज हैं. कई बार बाजार लगाने को लेकर प्रतिनिधियों से भी मिल चुके हैं, लेकिन अभी तक कोई ठोस आश्वासन इन लोगों को मिलता नजर नहीं आ रहा है.

Delhi Hawkers Joint Action Committee के अध्यक्ष अश्वनी बागड़ी का कहना है कि जब दिल्ली अनलॉक हो चुकी है और थियेटर, शॉपिंग मॉल, शॉपिंग कंपलेक्स तक भी खोल दिए गए हैं तो साप्ताहिक बाजार लगाने की अनुमति इन गरीब लोगों को क्यों नहीं दी जा रही है.

ये भी पढ़ें-Indralok: कोरोना गाइडलाइन की साप्ताहिक बाजार में जमकर उड़ाई गई धज्जियां

साप्ताहिक बाजार न लगाने की वजह से लोगों के सामने आर्थिक संकट गहरा गया है. अब इनके सामने खाने के लाले पड़ गए हैं, बच्चों के स्कूल व ट्यूशन की फीस, घर का खर्चा व किराया आदि सब इन लोगों को चुकाने पड़ रहे हैं, लेकिन कमाने का कोई संसाधन नजर नहीं आ रहा है.

ये भी पढ़ें-साप्ताहिक बाजार में रेहड़ी पटरी लगाने वालों से शुल्क नहीं वसूलेगा पूर्वी नगर निगम

दिल्ली होकर ज्वाइंट एक्शन कमेटी के अध्यक्ष ने कहा कि यदि सरकार अब एक हफ्ते के बाद साप्ताहिक बाजार खोलने की अनुमति नहीं देती तो सरकार के खिलाफ धरने प्रदर्शन किए जाएंगे.

ये भी पढ़ें-जहांगीरपुरी साप्ताहिक बाजार लगाने वाले लोगों ने दिल्ली सरकार के खिलाफ जताया विरोध

नई दिल्ली: दिल्ली में कोरोना महामारी के दौरान से ही साप्ताहिक बाजार लगाने वाले लोग काफी परेशान हैं, जिससे इन लोगों के सामने आर्थिक संकट गहरा गया है और लगातार सरकार से साप्ताहिक बाजार लगाने की मांग कर रहे हैं. जिसकी अभी तक अनुमति नहीं मिली है.

16 अप्रैल 2021 को दिल्ली में लॉकडाउन लगा था, उसके करीब तीन महीने बाद भी साप्ताहिक बाजार लगाने वाले लोगों को बाजार लगाने की अनुमति नहीं मिली है. बाजार लगाने वाली एसोसिएशन लगातार Delhi Hawkers ज्वाइंट एक्शन कमेटी अध्यक्ष से बाजार लगाने को लेकर मीटिंग कर रही है. मीटिंग में निर्णय लिया गया कि यदि सरकार एक हफ्ते के बाद बाजार लगाने की अनुमति नहीं देती तो उनके खिलाफ धरना-प्रदर्शन भी किया जाएगा.

साप्ताहिक बाजार लगाने की अनुमति नहीं मिली तो करेंगे धरना-प्रदर्शन
दिल्ली में 2700 साप्ताहिक बाजार लगते हैं. कोरोना महामारी के दौरान सबसे पहले इन्हीं साप्ताहिक बाजारों को बंद किया गया था, जिन्हें अब तक खोलने की अनुमति दिल्ली सरकार की ओर से नहीं दी गई है. दिल्ली की हॉकर ज्वाइंट एक्शन कमेटी के अध्यक्ष अश्वनी बागड़ी ने साप्ताहिक बाजार लगाने वाली समितियों के साथ मिलकर सरकार को चेताया, यदि सरकार एक हफ्ते में साप्ताहिक बाजार लगाने की अनुमति नहीं देती तो सभी एसोसिएशन मिलकर सरकार के खिलाफ धरने प्रदर्शन करेंगी. साप्ताहिक बाजार के लिए एक संयुक्त मोर्चा भी बनेगा, जो दिल्ली सरकार और नगर निगम से बात करेगा. बाजार लगाने वाले लोगों का कहना है कि कोरोना महामारी के दौरान दिल्ली सरकार द्वारा ऑटो चालकों को भी मदद की गई, लेकिन साप्ताहिक बाजार लगाने वाले बेरोजगार हुए लोगों के लिए सरकार की ओर से कोई आर्थिक मदद नहीं की गई.

सरकार ने पूरी तरह से साप्ताहिक बाजारों को बंद कर दिया और वह अब भी पिछले 3 महीने से लगातार बंद हैं. सरकार की तरफ से बाजार खोलने के लिए भी कोई योजना नजर नहीं आ रही है. इन 2700 साप्ताहिक बाजार लगाने वाले लोगों का कहना है कि परिवार पूरी तरह से आर्थिक संकट से जूझ रहा है.

अब भीख मांगने के अलावा कोई चारा नहीं बचा है. इन्हीं सभी मुद्दों को लेकर साप्ताहिक बाजार लगाने वाले लोग अपने जनप्रतिनिधियों से भी काफी नाराज हैं. कई बार बाजार लगाने को लेकर प्रतिनिधियों से भी मिल चुके हैं, लेकिन अभी तक कोई ठोस आश्वासन इन लोगों को मिलता नजर नहीं आ रहा है.

Delhi Hawkers Joint Action Committee के अध्यक्ष अश्वनी बागड़ी का कहना है कि जब दिल्ली अनलॉक हो चुकी है और थियेटर, शॉपिंग मॉल, शॉपिंग कंपलेक्स तक भी खोल दिए गए हैं तो साप्ताहिक बाजार लगाने की अनुमति इन गरीब लोगों को क्यों नहीं दी जा रही है.

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साप्ताहिक बाजार न लगाने की वजह से लोगों के सामने आर्थिक संकट गहरा गया है. अब इनके सामने खाने के लाले पड़ गए हैं, बच्चों के स्कूल व ट्यूशन की फीस, घर का खर्चा व किराया आदि सब इन लोगों को चुकाने पड़ रहे हैं, लेकिन कमाने का कोई संसाधन नजर नहीं आ रहा है.

ये भी पढ़ें-साप्ताहिक बाजार में रेहड़ी पटरी लगाने वालों से शुल्क नहीं वसूलेगा पूर्वी नगर निगम

दिल्ली होकर ज्वाइंट एक्शन कमेटी के अध्यक्ष ने कहा कि यदि सरकार अब एक हफ्ते के बाद साप्ताहिक बाजार खोलने की अनुमति नहीं देती तो सरकार के खिलाफ धरने प्रदर्शन किए जाएंगे.

ये भी पढ़ें-जहांगीरपुरी साप्ताहिक बाजार लगाने वाले लोगों ने दिल्ली सरकार के खिलाफ जताया विरोध

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