नई दिल्ली: दिल्ली के रोहिणी इलाके में शराब के ठेके के खिलाफ स्थानीय लोगों का विरोध प्रदर्शन देखने को मिल रहा है. सोमवार को स्थानीय लोगों ने हनुमान चालीसा का पाठ कर शासन और प्रशासन को जगाने का प्रयास किया. स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि जिस जगह पर शराब का ठेका खोला जा रहा है, वह रिहायशी में है. साथ में ही छोटे बच्चों का स्कूल भी बना हुआ है. स्थानीय लोगों ने कहा कि शराब का ठेका खुलने से छोटे बच्चों पर बुरा असर पड़ेगा. स्थानीय लोगों ने शासन और प्रशासन से गुहार लगाई कि ठेके को यहां किसी दूसरी जगह पर शिफ्ट किया जाए.
दरअसल, रोहिणी सेक्टर 5 में सरकार द्वारा एक शराब के ठेके को अनुमति दी गई है, जिसके बाद यहां पर दुकान खुलने की तैयारी भी कर दी गई है. इसी का विरोध कर रहे स्थानीय निवासी अब दुकान के सामने सड़क पर बैठ गए हैं. लोगों ने आरोप लगाया है कि सरकार द्वारा सभी नियमों को ताक पर रखकर अब शराब के ठेके खोले जा रहे हैं. शायद इसी का परिणाम है कि सरकार ने यहां पर शराब का ठेका खोलने से पहले एक बार निरीक्षण कराना भी उचित नहीं समझा.
उन्होंने कहा कि जिस इमारत में यह शराब की दुकान खोली जा रही है ठीक उसके साथ में बच्चों का एक स्कूल भी है. इसके अलावा रोड के ठीक सामने चर्च है, जबकि पीछे ही कुछ दूरी पर मंदिर भी बना है. लोगों ने इस ठेके को लेकर महिला सुरक्षा पर भी सवाल खड़े किए. प्रदर्शन में ठेके के खिलाफ विरोध पर बैठे लोगों में शासन और प्रशासन के खिलाफ रोष भी साफ देखने को मिल रहा है.
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विरोध कर रहे लोगों का कहना है कि जब तक सरकार द्वारा शराब के ठेके की अनुमति को वापस नहीं लिया जाता तब तक उनका यह विरोध प्रदर्शन लगातार जारी रहेगा. विरोध प्रदर्शन में महिलाएं और बुजुर्ग भी शामिल है, जो सरकार से इस ठेके के खिलाफ अपनी गुहार लगा रहे हैं. स्थानीय निवासियों का कहना है कि यहां पर सभी लोग बीते करीब 10 दिनों से ठेके के विरोध में अपना रोष प्रकट कर रहे हैं, लेकिन सरकार के कान में जूं तक नहीं रेंग रही. दिल्ली सरकार के खिलाफ बैठे इन लोगों का कहना है कि जब तक सरकार द्वारा इस ठेके की अनुमति को वापस नहीं लिया जाता है तब तक यह ऐसे ही सड़क पर बैठे रहेंगे.
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