नई दिल्ली: DJB(दिल्ली जल बोर्ड) राजधानी के अलग-अलग हिस्सों में पानी पहुंचाने का काम करता है, लेकिन दिल्ली जल बोर्ड के पानी में लम्बे समय से बदबू और गंदगी की शिकायतें मिल रही है. ईटीवी भारत की टीम ने दिल्ली के उन अलग-अलग इलाकों में जाकर पीड़ित परिवारों से बातचीत की जहां सबसे बड़ी समस्या गंदे पानी और बदबू की थी.
पानी की बर्बादी
दिल्ली में पानी की समस्या को लेकर ईटीवी भारत की टीम लगातार दिल्ली के विभिन्न इलाकों में जाकर जायजा लेती रही है, विभिन्न इलाकों में पानी की समस्या के साथ एक दूसरी समस्या उभर कर आई है. अधिकतर इलाकों में लोगों ने शिकायत की है कि दिल्ली जल बोर्ड द्वारा सप्लाई किए गए पानी में गंदगी और दुर्गंध आती है.
आमतौर पर लोगों का कहना था कि पानी की सप्लाई जब शुरू होती है तो शुरुआती समय यानी 10-15 मिनट के आसपास गंदा पानी आता है जो कि बाद में फेंकना पड़ता है जिससे पानी की बर्बादी होती है.
इस पूरे मसले पर ईटीवी भारत की टीम ने दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष दिनेश मोहनिया से खास बातचीत की. दिनेश मोहनिया ने बताया कि जिन स्थानों पर दिल्ली जल बोर्ड का वॉटर प्रोडक्शन होता है वहां पर जल बोर्ड के लैब्स काम कर रहे हैं, 21 लैब हमारे सुचारू रूप से चालू है. दिल्ली जल बोर्ड 400 से अधिक सैंपल रोजाना एकत्र कर उनकी क्वालिटी टेस्ट करता है, लेकिन लोकल लेवल पर कोई पाइप टूटा होने या लीकेज की वजह से पानी गंदा होता है तो जल बोर्ड को इससे अवगत कराया जा सकता है इसका तुरंत समाधान निकाला जाएगा. उन्होंने कहा कि जहां प्लांट्स या अंडरग्राउंड रिज़रवोइर से पानी पहुंच रहा है, वहां पानी की मॉनिटरिंग हमेशा होती रहती है.