नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में लागू किए गए वीकेंड कर्फ्यू के बीच दिल्ली के सरकारी अस्पतालों की भयावह तस्वीर सामने आ रही है. रोहिणी स्थित अंबेडकर अस्पताल में कोरोना टेस्टिंग के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाती नजर आई. इसके लिए कोरोना टेस्टिंग कराने आए लोग अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप भी लगा रहे हैं.
बाजार में शांति-अस्पताल में अशांति
वीकेंड कर्फ्यू के पहले दिन यानि कि शनिवार को दिल्ली की तमाम सड़कों और बाजारों में कर्फ्यू का असर देखने को भी मिला. जबकि दूसरी ओर इस दौरान दिल्ली के सरकारी अस्पतालों की तस्वीर कुछ और ही देखने को मिली. दिल्ली सरकार के इन अस्पतालों की भयावह तस्वीर वीकेंड कर्फ्यू के उद्देश्य को समाप्त करने पर आमादा दिख रही है.
दावे से उलट हकीकत
दिल्ली सरकार जहां एक ओर दावे कर रही है कि वह 24 से 48 घंटे में कोरोना की रिपोर्ट उपलब्ध करवा रही है, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही दिखाई दे रही है. कुछ ऐसा ही नजारा दिल्ली बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर अस्पताल में देखने को मिल रहा है, जहां कोरोना नियमों की जमकर धज्जियां उड़ाई जा रही है. जब दिल्ली में वीकेंड कर्फ्यू लागू है तो ऐसे समय में अंबेडकर अस्पताल में बड़ी संख्या में लोग अपनी करोना जांच करवाने आए हैं. यहां आए एक बुजुर्ग व्यक्ति ने अस्पताल पर लापरवाही का आरोप लगाया. जबकि अन्य लोगों ने यह भी आरोप लगाया कि उन्हें 4 दिन बीत जाने के बाद भी रिपोर्ट नहीं मिल पा रही है.