नई दिल्ली: देश में चल रहे लॉकडाउन के दौरान रामानंद सागर की रामायण के राम का किसी भी सरकार से सम्मान ना मिलने का दर्द छलकने के बाद देश को अपने कौशल से गोल्ड मेडल दिलाने वाली महिला खो-खो खिलाड़ी नसरीन का दर्द भी छलका. जिसने अपना एक वीडियो बनाकर वायरल किया और कहा कि मैंने देश को अपनी कप्तानी और एक खिलाड़ी के तौर पर गोल्ड मेडल सहित कई अन्य मेडल भी जीत कर दिए हैं. उसके बावजूद भी सरकार से मुझे और मेरे परिवार को कोई सहयोग नहीं मिल रहा है. जिसकी वो हकदार है.
अपने खेल से गोल्ड मेडल सहित जीते कई मेडल
नसरीन ने वीडियो के माध्यम से बताया कि वो दिल्ली के शकरपुर इलाके में रहती हैं. साथ ही देश के लिए कई बार महिला खो-खो टीम की खिलाड़ी और कप्तान के तौर पर मेडल भी दिला चुकी हैं. उनके पिता का बर्तन का कारोबार हैं. लॉकडाउन के दौरान सभी काम धंधे पूरी तरह से ठप हो गए और सरकार की ओर से भी परिवार को कोई सहयोग नहीं मिल रहा है. नसरीन की बड़ी बहन भी काफी समय से बीमार है. परिवार इस दौरान उसकी भी मदद नहीं कर पा रहा है, क्योंकि लॉकडाउन के दौरान परिवार की आमदनी के संसाधन बंद हो चुके हैं.
सरकार से लगा रही है मदद की गुहार
अब नसरीन देश की आम नागरिक होने के साथ-साथ महिला खो-खो खिलाड़ी भी हैं. जिसने अपने खेल से दुनिया में भारत का नाम रोशन किया है. खिलाड़ी के तौर पर अपने खेल से देश को गौरवान्वित भी किया है. वो खिलाड़ी अब सरकार से मदद की गुहार लगा रही है कि संकट की घड़ी में उनकी मदद की जाए. ताकि जिससे परिवार का भरण पोषण और बीमार बहन का इलाज और हो सके.
सम्मान ना मिलने पर राम के बाद छलका, खिलाड़ी का दर्द
जिस तरह से रामानंद सागर की रामायण में राम का किरदार निभाने वाले अरुण गोविल ने भी सरकार के सामने ट्वीट कर सम्मान ना मिलने का अपना दर्द बताया था. उसी तरह ये खिलाड़ी भी संकट की घड़ी में सम्मान ना मिलने से हताश है. जरूरत है सरकार ऐसे खिलाड़ियों को होने वाली समस्या पर ध्यान दें.