नई दिल्ली: दिल्ली सरकार के जल मंत्री सौरभ भारद्वाज ने घटते जलस्तर को लेकर यमुना का दौरा किया. उन्होंने बताया कि दिल्ली के सिंघु बॉर्डर से महज 5 से 10 किलोमीटर के दायरे में यमुना नदी से लगातार हरियाणा इलाके में रेत की तस्करी हो रही है. खनन माफिया पूरी तरह से सक्रिय हैं और लगातार यमुना से रेत का खनन कर इसका स्टॉक कर रहे हैं. खनन माफिया ने इसके लिए जगह-जगह बांध बनाकर पानी को रोका हुआ है, जिससे दिल्लीवासियों को जल संकट का सामना करना पड़ रहा है.
यमुना में बढ़ी अमोनिया की मात्रा: जल मंत्री ने बताया कि सरकार लगातार हरियाणा सरकार के संपर्क में है और उनसे बात कर रही है, ताकि यमुना के घटते जल संकट को कम किया जाए. वहीं हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से भी यमुना में पर्याप्त रूप से पानी नहीं छोड़ा जा रहा है. साथ ही पानीपत के औद्योगिक क्षेत्र से DD2 और DD8 नाले का पानी आ रहा है, जिसमें फैक्टरियों से निकलने वाला केमिकल यमुना को प्रभावित कर रहा है. केमिकल युक्त पानी से यमुना में लगातार अमोनिया की मात्रा बढ़ रही है. सामान्यतः यमुना में 8 से कम अमोनिया होता है तो उसके पानी को प्रयोग में लिया जा सकता है, लेकिन अब इसकी मात्रा 8 बढ़कर 3.1 हो गई है, जिस कारण इसे प्रयोग में नहीं लाया जा सकता है.
दिल्ली में जल पूर्ति के लिए हैदरपुर प्लांट से पानी वजीराबाद प्लांट में जाया जा रहा है. उसके बावजूद दिल्ली में जल संकट का दौर कम करना नामुमकिन है. जानकारी के अनुसार दिल्ली के 70% इलाकों में पानी की समस्या से लोगों को सामना करना पड़ सकता है. खासतौर से राष्ट्रपति भवन, प्रधानमंत्री कार्यालय, मुख्यमंत्री आवास सहित दिल्ली के बड़े क्षेत्र पर जल संकट आने वाला है.
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रेत माफिया बांध बनाकर रोक रहे पानी: सौरभ भारद्वाज ने बताया कि दिल्ली जल बोर्ड और फ्लड विभाग के अधिकारी हरियाणा स्थित यमुना क्षेत्र में गए, जहां पर देखा गया कि बड़े पैमाने पर नदी में बांध बनाकर रेत का खनन हो रहा है. साथ ही कई जगह बड़े-बड़े स्ट्रेच लगाकर पानी को रोका गया है. इसकी फोटो गूगल से भी ली गई है. गूगल से ली गई फोटो से यह साबित हो रहा है कि हरियाणा में दिनदहाड़े खनन माफिया रेत की तस्करी कर रहे हैं. वहीं हरियाणा सरकार पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि चुनाव होने वाले हैं, जिसको लेकर पहले ही लूट की राजनीति की जा रही है.
बता दें, यमुना का जलस्तर 671.7 है, जबकि 674 से ऊपर यमुना का जलस्तर होना चाहिए. यदि हरियाणा सरकार की ओर से हथिनी कुंड बैराज के द्वारा यमुना में पानी नहीं छोड़ा गया तो दिल्ली वासियों को होली जैसे त्योहारों पर भी जल संकट का सामना करना पड़ेगा. साथ ही लोगों से अपील की है कि वह होली पर कच्चे रंगों का इस्तेमाल करें, ताकि पानी की बर्बादी ना हो.
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