नई दिल्ली: लॉकडाउन के इस कठिन परिस्थितियों में जरूरतमंद, गरीब और मजदूरों की मदद के लिए हर कोई आगे आ रहा है. इसी बीच दिल्ली के किराड़ी के स्थानीय लोगों द्वारा आपस में चंदा इकट्ठा कर गरीब और जरूरतमंद लोगों के बीच रोजाना खाना बांटा जा रहा है, जिससे लॉकडाउन के बीच कोई भी भूखा ना रह सके. लॉकडाउन के बाद से सभी समुदायों के लोग जरुरतमंदों के लिए आगे आ रहे हैं.
सोशल डिस्टेंसिंग पर ध्यान
किराड़ी में सुबह-सुबह पहले स्थानीय लोग मिलकर खाना बनाते हैं. इसके बाद गरीब और मजदूर लोगों में खाना बांटते हैं. इनमे उन लोगो की संख्या ज्यादा रहती है जिनके कामकाज ठप होने के बाद उनके पास खाने-पीने की अधिक सुविधा उपलब्ध नहीं है.
इस दौरान आप देख सकते हैं कि खाना बांटते हुए सोशल डिस्टेंसिंग का भी पूरा ध्यान रखा जा रहा है. और खाना बांटने की टेबल के आगे एक रस्सी बांधी गई है, जिससे कोई भी शख्स उस रस्सी से आगे ना आ सके और सोशल डिस्टेंस बनाए रखते हुए ही खाना ले.
रोजाना 700 से 800 लोग खाते हैं खाना
इस बारे में आयोजनकर्ता जमील अहमद ने बताया कि मोहल्ले के लोग चंदा इकट्ठा कर इस भंडारे का आयोजन कर रहे हैं. और यह भंडारा 28 मार्च से चलाया जा रहा है, जिसमें रोजाना लगभग 700 से 800 लोग खाना खाने आते हैं.
इसमें 90 प्रतिशत लोग मोहल्ले के बाहर के ही होते हैं. उन्होंने बताया यहां किसी भी व्यक्ति के साथ भेद-भाव नहीं किया जाता और उन्हें भरपेट खाना खिलाया जाता है.