नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के बवाना विधानसभा के अंतर्गत आने वाले रोहिणी सेक्टर-23 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का स्वच्छ भारत अभियान केवल नाममात्र ही रह गया है. यहां का नजारा सिविक एजेंसियों की लापरवाही की पोल खोल रही है. जिसको लेकर स्थानीय निवासियों में काफी गुस्सा है.
राजधानी दिल्ली के बवाना विधानसभा के अंतर्गत आने वाले रोहिणी सेक्टर 23 में लोगों को तमाम सुख सुविधाएं मिल रही है, लेकिन इन सबके बावजूद यहां जगह-जगह पड़े कूड़े के ढ़ेर सिविक एजेंसियों की लापरवाही का सबूत पेश कर रहे हैं.
'नजर नहीं आती कूड़ा उठाने वाली गाड़ियां'
स्थानीय निवासियों की माने तो यहां कूड़ा उठाने वाली गाड़ियां शायद ही कभी नजर आती हों. जिसका नतीजा है कि यहां जगह-जगह कूडे़ के ढेर बन गए हैं, लेकिन प्रशासन इस ओर आंख मूंद कर बैठा है.
'कई बार दी गई लिखित शिकायत'
लोगों का कहना है कि कई बार स्थानीय निगम पार्षद और संबंधित प्रशासन का ध्यान इस ओर आकर्षित किया गया है. साथ ही कई बार लिखित शिकायत भी दी जा चुकी है. बावजूद इसके स्थिति जस की तस बनी हुई है. अब यहां के लोग इस समस्या का स्थाई समाधान चाहते हैं. साथ ही लोगों का ये भी कहना है कि इलाके में कूड़ा रखने की भी उचित व्यवस्था कराई जाए.