नई दिल्ली: दिल्ली में केजरीवाल सरकार विकास के बड़े-बड़े दावे करती है, लेकिन आज भी दिल्ली की कई ऐसी कॉलोनियां हैं, जो विकास शब्द से कोसों दूर है. कुछ ऐसा ही नजारा दिल्ली के बवाना विधानसभा में भी देखने को मिल रहा है. बवाना विधानसभा के अंतर्गत आने वाले पप्पू कॉलोनी के स्थानीय निवासी पिछले कई वर्षों से विकास के अभाव में नारकीय जीवन जीने को मजबूर हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि गलियों और नालियों की बहुत बड़ी समस्या बनी हुई है. इस संबंध में लोगों ने तमाम नेता और जनप्रतिनिधि से मुलाकात कर शिकायत की है, लेकिन इन समस्याओं का समाधान आज तक नहीं निकल पाया.
मोहल्ले वालों ने खुद शुरू किया निर्माण
लोगों ने नेताओं के चक्कर काट कर थक हार कर इन समस्याओं के समाधान का बीड़ा खुद उठाया. नतीजतन गली-मोहल्ले के लोगों ने आपस में मिलकर चंदा बटोर कर क्षेत्र में विकास कार्य की शुरुआत की. ये तस्वीर बवाना विधानसभा के पप्पू कॉलोनी की है. यहां ये जो नालियों का निर्माण कार्य हो रहा है, ये स्थानीय निवासियों के आपसी सहयोग से हो रहा है.
जनप्रतिनिधियों का उदासीन रवैया
इस संबंध में स्थानीय निवासियों का कहना है कि वह जब भी क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि के पास अपनी शिकायत लेकर जाते हैं तो उनका एक ही जवाब होता है कि यह जमीन अनऑथोराइज्ड है और डीडीए के अधीन आता है जिसके कारण यहां विकास कर पाना मुश्किल है. लिहाज़ा स्थानीय निवासियों ने क्षेत्र में निर्माण कार्य का बीड़ा खुद उठाया. नतीजतन लोगों ने आपसी सहयोग से क्षेत्र में नालियों का निर्माण कार्य शुरू करवाया.