नई दिल्ली: सनातन धर्म को लेकर उदयनिधि स्टालिन द्वारा सनातन धर्म को लेकर की गई टिप्पणी पर घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है. इस बयानबाजी के बाद उदयनिधि स्टालिन राजनीतिक पार्टियों के साथ धर्म गुरुओं के निशाने पर भी आ गए हैं. दूसरी ओर उदयनिधि के बहाने विपक्षी पार्टियों के गठबंधन I.N.D.I.A. पर भी सवाल उठने शुरू हो गए हैं. इसपर दिल्ली के लोगों ने भी प्रतिक्रिया दी है.
दिल्लीवासियों ने इस मुद्दे पर कहा कि इस तरह के बयान केवल राजतिनिक फायदे के लिए दिए जाते हैं. ऐसी बयानबाजी करने वाले नेताओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए. लोगों ने कहा कि ऐसे नेताओं को खुद पता नहीं कि उन्हें क्या करना है. देवी देवताओं के बारे में अपशब्द बोलना बिलकुल गलत है और ये अपना आपा खो बैठे हैं. वहीं एक महिला ने कहा कि हिंदू धर्म के लिए गलत शब्दों का इस्तेमाल किया गया है. हिंदू धर्म देश का सबसे शांत धर्म है. हिंदुस्तान में रहकर हिंदुओं के लिए ही गलत बोलना सबसे घटिया बात है.
बता दें कि तमिलनाडु सीएम एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन ने हाल ही में एक बयान में सनातन धर्म की तुलना डेंगू से करते हुए कहा था कि सनातन का बस विरोध नहीं किया जाना चाहिए, इसे समाप्त ही कर देना चाहिए. ये धर्म सामाजिक न्याय और समानता के खिलाफ है. उन्होंने यह भी कहा कि हम डेंगू, मलेरिया या कोरोना का विरोध नहीं कर सकते, हमें इसे मिटाना है. इस बयान के बाद से ही उदयनिधि स्टालिन सभी के निशाने पर हैं.
यह भी पढ़ें-G20 Summit 2023: हुमायूं और सफदरजंग का मकबरा देखने पहुंचे विदेशी मेहमान, इतिहास से हुए रूबरू