नई दिल्ली: अलीपुर विधानसभा में बख्तावरपुर इलाके की हरिजन बस्ती की गलियां बहुत ही बदहाल है. बारिश का पानी तो गलियों में भरता ही है. साथ ही घरों से पानी की निकासी के लिए नालियां भी नहीं है. लोगों को अपने घरों तक कीचड़ से होकर जाना पड़ता है. कई बार कीचड़ में फिसल कर बच्चे, महिलाएं और बुजुर्ग गिरकर घायल भी हुए हैं. समस्या के निदान के लिए कई बार स्थानीय विधायक, निगम पार्षद और अधिकारियों से लगाई गुहार लगाई गई लेकिन कोई समाधान नहीं हुआ.
घरों के बाहर बने मेन हॉल
स्थानीय लोगों का आरोप है कि करीब 25-30 साल पहले यह कॉलोनी बसी थी और यहां सबसे पुरानी गलियां हैं, जिनकी स्थिति बहुत ही बेकार है. लोगों को गलियों में निकलने से पहले कई बार सोचना पड़ता है. लोगों ने अपने घरों के बाहर पानी की निकासी के लिए मेन हॉल बना रखा है. पानी भरने के बाद यह लोग गंदे पानी को बड़े-बड़े बर्तनों में भरकर खाली पड़े प्लॉट या गलियों में डालते हैं.
3 महीने के अंदर गली बनाने का वादा
स्थानीय विधायक, निगम पार्षद और अधिकारियों से भी कई बार शिकायत की गई लेकिन सबने नजरअंदाज कर दिया. हालांकि स्थानीय विधायक ने चुनाव से पहले वादा किया था कि चुनाव बीत जाने के बाद 3 महीने के अंदर गलियां बनाई जाएंगी, लेकिन उन्हें नहीं लगता कि अभी भी गलियां बनाई जा सकती है.
मच्छरों से होने वाली बीमारी का डर
हालात देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि इसके आसपास की ज्यादातर गलियां बन चुकी है, लेकिन अभी तक यही गली बदहाल पड़ी हुई है. नालियों में मच्छर पनप रहे हैं, जिनकी वजह से लोगों को बीमारी का भी डर सता रहा है.