नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के किराड़ी विधानसभा में सी ब्लॉक गौरीशंकर एनक्लेव में पानी की पाइपलाइन डालने के बाद भी पिछले 6 सालों से पानी नहीं आ रहा है. अगर कुछ आ रहा है तो सिर्फ पानी का बिल. अब सोचने वाली बात यह है कि जब पानी नहीं आता तो बिल कैसे आ रहा है. स्थानीय निवासी बृजलाल पटेल ने 08 दिसंबर 2015 को पानी का कनेक्शन लिया था. तब से लेकर अब तक पानी नहीं आया और ना कोई रीडिंग लेने के लिए आया. मीटर की रीडिंग 39 है. कई बार जल बोर्ड ऑफिस के चक्कर काटने के बाद बताया जाता है कि आपका मीटर बदल दो, दूसरा मीटर लगा लो. आपका मीटर खराब है. जेई श्यामलाल से भी कई बार शिकायत की जा चुकी है. लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. इस सब के बावजूद दिल्ली जल बोर्ड मनमाना बिल भेज कर लोगों को परेशान कर रहा है.
दिल्ली सरकार करे माफ तो ठीक
शिकायतकर्ता बृजलाल पटेल का कहना है कि जल बोर्ड के ऑफिस के चक्कर काट काट कर थक गए हैं. जल बोर्ड वर्करों का कहना है कि मीटर बंद है. लेकिन सवाल ये उठता है कि जब पानी आया ही नहीं तो मीटर बंद कैसे हो सकता है. कई बार चक्कर काटने पर कहा गया कि पानी का बिल माफ हो जाएगा. जो कागज मांगे गए वो सब जमा करा दिये गए. जिसके बाद कहा गया कि पुराना मीटर हटाकर नया मीटर लगाना होगा. दिल्ली सरकार का आदेश होगा, तभी बिल माफ किया जाएगा. जो पुराना बिल है उसे भरना होगा. ₹600 के हिसाब से हर महीने का चार्ज आपको देना होगा.
दिल्ली सरकार करे कार्रवाई
बृजलाल पटेल की शिकायत है कि जब से कनेक्शन लिया है हमारे क्षेत्र सी ब्लॉक में पानी नहीं आया. कभी कभार पानी आया भी है तो वह भी बहुत गंदा पानी आता है. जिसकी वजह से थोड़ा सा मीटर चला है जिसमें 39 रेटिंग दिखा रहा है. जल बोर्ड वाले मनमानी कर रहे हैं, शिकायत सुनने के बाद भी कार्रवाई करने को तैयार नहीं है. पीड़ित का कहना है कि जल बोर्ड के अधिकारी बैठे-बैठे फॉर्मेलिटी निभा रहे हैं. इन पर दिल्ली सरकार को उचित कार्रवाई कर एक्शन लेना चाहिए ताकि गरीब लोगों का भला हो सके.