नई दिल्ली: नॉर्थ वेस्ट दिल्ली के नांगलोई इलाके में ICDS के अंतर्गत महिला कार्य केंद्र कार्यालय दयनीय हालात में है. इस कार्यलाय में कई कमरे जर्जर हालत में है. ईटीवी भारत ने यहां के हालात का जायजा लिया. इस दौरान सामने आया कि महिला कार्य केंद्र के कार्यालय के कई कमरों की छत टूट कर नीचे गिर चुकी है.
बिल्डिंग के अंदर चारों तरफ सीलन
छुट्टी का दिन होने की वजह से किसी के घायल होने की खबर नहीं है. लेकिन नीचे पड़े टेबल टूट चुके थे, मलबा बिखरा हुए मिला. कार्यालय की इतनी गंभीर स्थिति है कि बिल्डिंग कभी भी गिर सकती है. पूरी बिल्डिंग के अंदर चारों तरफ सीलन है. यहां के कर्मचारी जान का खतरा लेकर काम कर रहे हैं. इस बिल्डिंग के हालात देखते हुए ऐसा लगता है जैसे आला अधिकारियों को किसी की जान की परवाह नहीं है.
एनजीओ सचिव श्रीमती किरण कोहली बताती है कि जब वो अपनी बेटी के लिए आंगनवाड़ी भर्ती के बारे में कार्यालय में पूछने गई तो देखा छत का कुछ हिस्सा गिरा हुआ था. उनके पूछने पर कर्मचारियों ने बताया कि छुट्टी का समय था यहां कोई नहीं था. तब छत का थोड़ा सा हिस्सा गिर गया.
प्राप्त जानकारी के मुताबिक सामुदायिक केंद्र में कार्यालय चल रहा है. किसी अधिकारी ने इस भवन पर जायजा नहीं लिया कि ये भवन कितने जर्जर हालात में हैं. तीन प्रोजेक्ट की बाल विकास परियोजना अधिकारी(CDPO) सहित सुपरवाइजर इस कार्यालय में बैठते हैं. इस सामुदायिक भवन का 3 दिन पहले बारिश के कारण कुछ छत का हिस्सा गिर गया था.
'अधिकारियों से नहीं मिला जवाब'
सामाजिक कार्यकर्ता संत कुमार शुक्ला ने बताया, जिला अधिकारी श्रीवास्तव जी से बात हुई फोन पर तो उन्होंने बताया कि 21 लाख रुपए कोरोनावायरस से पहले इस बिल्डिंग के लिए पास कर दिया गया था. पीडब्ल्यूडी अधिकारियों की देरी के कारण आज तक इस भवन का निर्माण नहीं हो पाया. 3 दिन पहले जो छत का हिस्सा गिरा था. आज तक उसकी सफाई तक नहीं कर पाए. अधिकारियों ने जानकारी देने से मना कर दिया.