नई दिल्ली: दिल्ली के कैबिनेट मंत्री कैलाश गहलोत ने सोमवार को लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) और बिजली विभाग के साथ अलग-अलग बैठकें कीं. बैठक में उन्होंने लोक निर्माण विभाग की विभिन्न परियोजनाओं और बिजली विभाग के 'समर एक्शन प्लान' पर चर्चा और समीक्षा की. कैलाश गहलोत ने कहा कि वर्तमान परियोजनाओं की स्थिति की समीक्षा करने के लिए पीडब्ल्यूडी और बिजली विभाग के सचिव और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में हम हर विभाग में अच्छा काम जारी रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं.
गहलोत के बताया कि दोनों विभागों द्वारा शुरू की गई विभिन्न परियोजनाओं में अच्छी प्रगति होती दिख रही है. अधिकारियों को उन परियोजनाओं पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए हैं, जो अपेक्षित तरीके से प्रगति नहीं कर रहे हैं, उन्हें हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी. दिल्ली में नए अस्पताल, स्कूल भवन, सड़कें और फ्लाईओवर बनाने का का काम काबिले तारीफ है. इसी तरह, बिजली विभाग द्वारा प्रस्तुत समर एक्शन प्लान इस वर्ष अपेक्षित पीक लोड को पूरा करने के अनुरूप है.
इससे पहले पीडब्ल्यूडी के साथ हुई बैठक में वरिष्ठ अधिकारियों ने मंत्री को विभाग के तहत वर्तमान परियोजनाओं की स्थिति से अवगत कराया. इसमें 5 नए अस्पतालों के निर्माण के लिए किए गए उनके कार्य शामिल थे, जबकि 13 परियोजनाएं पहले से निर्मित अस्पतालों में शुरू की गई थीं. इसके अलावा पीडब्ल्यूडी ने दिल्ली में सड़कों और फ्लाईओवरों पर हो रहे काम के बारे में भी चर्चा की. बारापुला फ्लाईओवर फेज-3, सराय काले खां टी-जंक्शन में अतिरिक्त फ्लाईओवर, प्रगति मैदान कॉरिडोर विकास और आनंद विहार और अस्परा बॉर्डर के बीच फ्लाईओवर जैसी कुछ प्रमुख परियोजनाएं है जिन पर काम हो रहा है. लोक निर्माण विभाग की टीम द्वारा दिल्ली में शिक्षण संस्थानों के निर्माण की नई योजना भी प्रस्तुत की गई.
कैलाश गहलोत ने आगामी गर्मी के मौसम में बिजली की निर्बाध आपूर्ति के लिए 'समर एक्शन प्लान' का आकलन करने के लिए डिस्कॉम और बिजली विभाग के अधिकारियों के साथ भी एक अलग समीक्षा बैठक की. बॉम्बे सबअर्बन इलेक्ट्रिक सप्लाई (बीएसईएस), राजधानी पावर लिमिटेड (बीआरपीएल) और यमुना पावर लिमिटेड (बीवाईपीएल), टाटा पावर दिल्ली डिस्ट्रीब्यूशन लिमिटेड (टीपीडीडीएल), दिल्ली ट्रांस्को लिमिटेड (डीटीएल) और बिजली विभाग के वरिष्ठ अधिकारी बैठक में शामिल हुए. बैठक के दौरान डीटीएल ने बताया की जून 2022 में दिल्ली में 7695 मेगावाट का पीक लोड था, जबकि 2023 का अनुमानित पीक लोड जून के अंत या जुलाई की शुरुआत में करीब 8000 मेगावाट होने की उम्मीद है. विस्तृत योजना 3 डिस्कॉम द्वारा प्रदान की गई थी जिसमें उनके क्षेत्रों में अपेक्षित पीक लोड और उसके लिए उनकी तैयारियों को प्रस्तुत किया गया था.
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