नई दिल्ली : दिल्ली सरकार ने भाजपा की केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि दिल्ली में अप्रैल 2022 में दिल्ली नगर निगम के चुनाव होने थे. निगम चुनाव के लिए निर्वाचन आयोग प्रेस कांफ्रेंस कर आचार संहिता लगाने वाला था, लेकिन भाजपा ने पंजाब में मिले प्रचंड बहुमत से डरते हुए निगम चुनाव को आगे के लिए स्थगित कर दिया है, जिसके लिए आप सरकार कोर्ट में भी गई है. वहीं केंद्र सरकार का कहना है कि पहले नई के तीनों सदनों का एकीकरण किया जाएगा, ताकि भविष्य के दोबारा से निगम कर्मियों को सैलरी के लिए आंदोलन न करना पड़े.
ईटीवी भारत से बात करते हुए केंद्रीय राज्यमंत्री मीनाक्षी लेखी ने बताया कि भाजपा की सरकार कश्मीर की धारा 370 से नहीं डरी, वह निगम चुनाव को लेकर आप सरकार के क्यों डरेगी. भाजपा ने कश्मीर से धारा 370 को कश्मीर के विकास के लिए हटाया है और निगम चुनाव में भी निगम के तीनों सदन का एकीकरण के बाद विकास होगा.
भाजपा सरकार देश और दिल्ली के विकास के लिए काम कर रही है, न कि डरकर भाग रही है. केजरीवाल पर बाहरी होने का आरोप लगाते हुए मीनाक्षी लेखी ने कहा कि वह खुद भी दिल्ली की ही निवासी नहीं हैं, उनकी तरह हरियाणा या गाजियाबाद से नहीं आई हैं. निगम के एकीकरण से किसी एक का नहीं दिल्ली की जनता का फायदा होगा.
मीनाक्षी लेखी ने कहा कि जिन लोगों ने धारा 370 हटाई है वह चुनाव तो क्या चुनाव के बाप से नहीं डरते. एमसीडी को खत्म करने के लिए जो प्रावधान दिल्ली सरकार ने बनाया है, उसे रोकने के लिए नियम में बदलाव लाने की जरूरत है. नियम में बदलाव आएगा तो दिल्ली की स्थिति और भी बेहतर होगी. आम आदमी पार्टी से नगर निगम के निर्भरता को मुक्ति मिलेगी और कोई भी शहर बिना नगर निगम के नहीं चलाया जा सकता.
निगम के तीनों सदन के एकीकरण के बाद वार्ड की संख्या में भी कमी आएगी, अभी दिल्ली के तीनों निगम में 272 वार्ड हैं. इसका सही अनुमान नहीं है कि कितने वार्ड एकीकरण के बाद कम होंगे, लेकिन इसका नुकसान केजरीवाल को जरूर होगा.
केजरीवाल पर आरोप लगाते हुए मीनाक्षी लेखी ने कहा कि एमसीडी में बहुत सारी गड़बड़ी हैं, जिनको ठीक करने की जरूरत है. यह एमसीडी का रिफॉर्म है या एकीकरण इसकी उन्हें जानकारी नहीं है, लेकिन केजरीवाल से सीधा सवाल है कि एमसीडी में जो गड़बड़ी हैं उनको लेकर तब्दीली हो और एमसीडी का सुधार हो, आप इसके पक्ष में हैं या विपक्ष में पहले इस बात का जवाब दें.