नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के किराड़ी विधानसभा में श्मशान घाट सुविधाओं के अभाव में खस्ताहाल है. शवदाह में हो रही परेशानियों को लेकर लोगों में आक्रोश है. सिर्फ शमशान घाट के अंदर ही नहीं बाहर भी कूड़ा पड़ा हुआ है. यहां पर आसपास की दर्जनों कॉलोनियों के लोग अपने परिजनों को अंतिम विदाई देने आते हैं.
पहले ही किराड़ी में साफ-सफाई का अभाव रहता है और अब श्मशान घाट तक सुविधाओं के घोर अभाव में है. ये शमशान घाट किराड़ी के वार्ड नंबर-42 की स्थानीय पार्षद उर्मिला चौधरी के अंतर्गत आता है. शमशान घाट में सुविधा न होने के कारण बकायदा यहां काम करने वाले कर्मचारी यहां से कब के चले गए हैं. ऐसे में सवाल ये उठता है कि इलाके की पार्षद और एमसीडी कब इस समस्या को गंभीरता से कब लेंगे.
इस समस्या को लेकर स्थानीय निवासी गुलशन सिद्दीकी ने बताया कि इस श्मशान घाट में लोग जुआ खलने और शराब पीने आते थे. इसके खिलाफ लोगों ने पुलिस को भी शिकायत की. लेकिन जैसे ही पुलिस यहां आती है, तो यहां पर ये काम करने वाले लोग फरार हो जाते हैं.
बीजेपी पार्षद उर्मिला चौधरी से भी कई बार स्थानीय लोग शिकायत कर चुके हैं, लेकिन हर बार वो कहती है कि सफाई के लिए कर्मचारी भेजा गया है. साथ ही जब कर्मचारी नहीं आता, तो पार्षद को लोग कॉल करते है पार्षद बोल देती है कि बार-बार कॉल कर परेशान न करें.
बीजेपी पार्षद उर्मिला चौधरी ने जब से कार्यभार संभाला है तब से ही इस शामशान घाट की मरम्मत नहीं हुई है और न ही किसी सुविधा को उपलब्ध कराया गया. जीतने से पहले पार्षद ने बड़े-बड़े वादे तो किए थे, लेकिन असलियत अब सामने आ रही है.
स्थानीय निवासी रणवीर सिंह ने बताया कि कई बार आम आदमी पार्टी के विधायक ऋतुराज गोविंद को भी शिकायत की गई लेकिन लोग शिकायत करके अब थक चुके है. इस समस्या की ओर न तो पार्षद का ध्यान गया और न ही विधायक का.