नई दिल्ली: राजधानी के बदहाल जोहड़ों के हालात किसी से छिपे नहीं हैं. जोहड़ में गंदगी का अंबार (Garbage problems) लगा हुआ है, लोग अपने घरों से निकलने वाला गंदा कूड़ा भी इन्हीं जोहड़ों में लाकर डालते हैं. दिल्ली सरकार भी कहीं-कहीं जोहड़ों के संरक्षण को लेकर काम कर रही है, लेकिन उसके बावजूद जोहड़ों की स्थिति अब भी काफी बदहाल है.
घरों में घुसता है गंदा पानी
बख्तावरपुर के अकबरपुर माजरा गांव के लोगों का कहना है कि यह तालाब बहुत ही पुराना और बड़ा है. गांव में पानी की निकासी नहीं होने के चलते घरों से निकलने वाला गंदा पानी इसी तालाब में आकर गिरता है, जिससे तालाब का जलस्तर काफी बढ़ गया है और तालाब के पास बने मंदिर में भी गंदे पानी की वजह से गंदगी हो गई है.
मंदिर में तालाब का गंदा पानी घुस जाता है, जिससे लोगों को काफी परेशानी होती है. तालाब में गंदगी होने के चलते जहरीले जीव भी यहां पर निकलते हैं और मंदिर में घुसते हैं. जिससे लोगों को तो परेशानी होती ही है. साथ ही मंदिर में रहने वाले लोगों को भी जान का खतरा बना रहता है.
नहीं है इलाके की बदहाली पर सरकार का ध्यान
अब सरकार से मांग की जा रही है कि सरकार बदहाल पड़े तालाबों के हालात में सुधार करे और जल्द से जल्द इन बदहाल तालाबों का जीर्णोद्धार करे. ताकि एक बार फिर गिरते जलस्तर को बढ़ाया जा सके और सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन भी किया जा सके.