नई दिल्ली: गुरूवार को दिल्ली विश्वविद्यालय (DU) के लेक्चरर एक बार फिर अपनी मांगों को लेकर उतरे हैं. सड़क पर सैकड़ों की संख्या में इकट्ठे होकर विधानसभा के बाहर धरना देने पहुंचे. पुलिस ने मौके पर स्थिति को संभाला. इस दौरान लेक्चरर्स ने दिल्ली सरकार के खिलाफ जमकर जमकर नारेबाजी.
ईडब्ल्यूएस खत्म करने की मांग पर धरना
गुरूवार को सैकड़ों की संख्या में इकट्ठे होकर दिल्ली विश्वविद्यालय शिक्षक संघ (DUTA) के पदाधिकारी और सदस्य दिल्ली विधानसभा के बाहर धरना देने के लिए पहुंचे. सभी की मांग है कि आर्थिक तौर पर कमजोर वर्गों (ईडब्ल्यूएस) कोटा खत्म किया जाए और विश्वविद्यालय के कॉलेजों में बढ़े हुए कोर्स को लेकर नए लेक्चरर की नियुक्ति की जाए.
विधानसभा पर सांकेतिक धरना
हालांकि डूटा समय-समय पर धरना प्रदर्शन कर अपनी मांगों को मनवाने के लिए सड़क पर उतरती रहती है. गुरूवार को डूटा के पदाधिकारियों और मेंबरों का दिल्ली विधानसभा पर सांकेतिक धरना था. ये धरना लगभग 1 बजे खत्म कर दिया गया.
क्या कहना है DUTA पदाधिकारी का
डूटा के पदाधिकारी डॉ. राजीव रे का कहना है की दिल्ली विश्वविद्यालय में 5 कॉलेज दिल्ली सरकार के अंतर्गत आते हैं और करीब 16 कॉलेज अशासकीय सहायता प्राप्त (एडेड) द्वारा संचालित किए जाते हैं जिनके लेक्चरर आज अपनी मांगों को लेकर सड़कों पर उतर आए हैं.
समाज का बुद्धिजीवी वर्ग जब अपनी मांगों को लेकर सड़क पर उतर जाता है तो कहीं न कहीं बदलाव की हवा जरूर चलती है.