नई दिल्ली: देशभर में शारदीय नवरात्रि को लेकर लोगों में उत्साह का माहौल देखा जा रहा है. नवरात्रि में मां दुर्गा के 9 अलग-अलग स्वरूपों की पूजा का एक अलग ही महत्व है. लोग देवी मां को प्रसन्न करने के लिए उनकी उपासना कर रहे हैं. मंदिरों में भक्तों की भारी भीड़ देखने को मिल रही है. इसी कड़ी में दिल्ली के किराड़ी में मिथिला पारंपरिक अंदाज में दुर्गा पूजन का अयोजन किया जा रहा है.
शारदीय दुर्गा पूजा समिति द्वारा आयोजित 33वां दुर्गा पूजन का आयोजन वैदिक मिथिला विधि विधान के साथ देखा जा रहा है. यहां पर मिथिला रीति रिवाज के साथ अनेकों अलौकिक नजारे देखने को मिल रहे हैं. इस बाबत संस्था के पदाधिकारियों का कहना है कि यह समिति वर्ष 1991 से दुर्गा पूजा का आयोजन कर रही है. यहां हर साल मैथिली अंदाज में इस कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है. यहां पर नित्य, लोक गीत, भजन कीर्तन का आयोजन होता है. पदाधिकारियों के मुताबिक, इस पूजा कार्यक्रम में किराड़ी के साथ साथ पूरे दिल्ली से लोग बढ़-चड़कर हिस्सा लेते हैं, जिसमें 1 लाख से ज्यादा लोग यहां पर माँ दुर्गा का आशीर्वाद लेने आते है.
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बता दें कि दिल्ली का किराड़ी इलाका जहां बड़ी संख्या में पूर्वांचली लोग रहते हैं. ऐसा कहा जाता है कि यहां आयोजित किए जाने वाले हर कार्यक्रम में पूर्वांचलियों की विशेष भूमिका होती है. इसी का परिणाम है कि इस कार्यक्रम में पूर्वांचल की संस्कृति देखने को मिल जाती है. बात जब दुर्गा पूजा की हो तो बिहार और पश्चिम बंगाल ऐसा प्रदेश है, जहां की दुर्गा पूजा समस्त भारतवर्ष में प्रचलित है. कुछ इसी अंदाज में किराड़ी में भी दुर्गा पूजा का आयोजन किया जाता है, जहां पर मिथिलांचल की झलक देखने को मिलती है, जो अपने आप में एक चर्चा का विषय है.