नई दिल्ली: बाहरी उत्तरी दिल्ली के स्वरूप नगर थाना इलाके में बीते शनिवार एक ही रात में दो कार चोरी की वारदात सामने आई हैं. इसकी शिकायत लोगों ने पुलिस से की है, लेकिन पुलिस ने अभी इस पर कोई कार्रवाई नहीं की है. इलाके के लोग इससे नाराज नजर आ रहे हैं.
स्थानीय लोगों का आरोप है कि CCTV फुटेज होने के बाद भी पुलिस इस पर कोई कार्रवाई नहीं कर रही है. इलाके में कोई गश्त नहीं होती, जिसकी वजह से चोर बड़े ही बेखौफ होकर वारदातों को अंजाम दे देते हैं.
कार मालिक अनिल शर्मा ने बताया कि बीते 6 अगस्त को रात करीब 2:15 पर तीन चोर आए और गली में खड़ी पहले i10 कार को चोरी कर ले गए. उसके महज कुछ मिनट बाद हौंडा सिटी कार को भी चुरा कर ले गए. हौंडा सिटी कार को गली से निकालने के लिए पहले चोरों ने गली में खड़ी एक ठेली और बाइक को हटाया. उसके बाद कार को धक्का देकर चोरों ने पीछा किया और कार लेकर चोर रफूचक्कर हो गए. यह घटना गली में ही लगे CCTV कैमरे में कैद हो गई, जिसमें चोरों के चेहरे और वारदात को अंजाम देते हुए पूरी घटना साफ नजर आ रहे हैं.
इस घटना की जानकारी स्वरूप नगर थाना पुलिस को उसी समय दी गई. थाने की ओर से कोई भी पुलिसकर्मी अभी तक घटना पर संज्ञान लेने नहीं आया है और इलाके के लोग अपने पुलिस प्रशासन के खिलाफ नाराजगी व्यक्त कर रहे हैं. लोगों का कहना है कि पिछले कई दिनों में आधा दर्जन से ज्यादा कार चोरी के मामले सामने आए हैं और ज्यादातर घटनाओं में CCTV हैं.
इलाके के लोगों का कहना है कि पुलिस प्रशासन के पास CCTV भी है और उसके बावजूद भी पुलिस चोरों को पकड़ने में नाकाम साबित हो रही है. दिल्ली मे ऑन डिमांड कार चोरी की घटनाएं बढ़ रही हैं. मामलों में पुलिस पहले भी ऐसे मामलों शामिल रहे कार चोरो के गैंग को गिरफ्तार कर चुकी है.
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ऐसे ही छावला और द्वारका नॉर्थ इलाके में लूटे गए मोबाइल को टेक्निकल सर्विलांस के आधार पर ट्रेस करके उन्हें इस्तेमाल करने वाले लोगों को पकड़ा. उनसे पूछताछ के बाद मोबाइल लूटने वाले बदमाशों तक पहुंचने के लिए आगे की कार्रवाई कर रही है. इसी प्रयास में छावला और द्वारका नॉर्थ थाना की पुलिस टीम ने तीन मोबाइल को ट्रेस करके 3 लोगों की पहचान की है. पुलिस ने इन तीनों मोबाइल को बरामद कर लिया है.
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दिल्ली की क्राइम ब्रांच पुलिस की एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट ने अचानक गुम हुईं दो सगी बहनों को दो अलग-अलग राज्यों से बरामद किया है. दोनों बहनों में से एक नाबालिग को कश्मीरी गेट आईएसबीटी के पास और दूसरी को हरियाणा के रोहतक से बरामद किया है.
द्वारका नॉर्थ पुलिस में 4 अगस्त को नाबालिग समेत दो बहनों की किडनैपिंग की शिकायत दर्ज कराई गई थी. मामले की गंभीरता को देखते हुए लोकल पुलिस के साथ क्राइम ब्रांच की एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट के इंस्पेक्टर महेश पांडेय और उनकी टीम को लड़कियों की बरामदगी के लिए लगाया गया.
लड़कियों के पिता द्वारा दी गई जानकारी से कोई सुराग नहीं मिलने पर पुलिस ने इनके घर की तलाशी ली तो उन्हें एक पर्ची पर मोबाइल नंबर लिखा हुआ मिला. नंबर पर कॉल करने पर पता चला कि वो बड़ी लड़की के साथ ट्यूशन पढ़ने वाला युवक मिला. उसने पुलिस को बताया कि लड़की द्वारा उसे किसी अनजान नंबर से कॉल किया गया था.
मोबाइल नम्बर की जांच करने पर वो हरिद्वार में होने का पता चला. पुलिस टीम तुरंत ही उत्तराखंड के लिए रवाना हो गयी. जहां पहुंचने पर जब उस नम्बर को ट्रैक किया गया तो उसके दिल्ली के रास्ते मे होने का पता चला जो झज्जर, रेवाड़ी, बहादुरगढ़, नांगलोई और फिर कश्मीरी गेट आईएसबीटी पर जाकर बंद हो गया. लड़कियों की तलाश में जुटी पुलिस टीम को वहां नाबालिग लड़की मिली जिसने बताया कि उसकी बहन उसे घर लौट जाने की बात कह छोड़ कर चली गयी. नाबालिग ने बताया कि पिता से पढ़ाई को ले कर नाराजगी की वजह से वो घर छोड़ कर गयी है. पुलिस बरामद नाबालिग को उसके परिजनों के हवाले कर बड़ी लड़की की तलाश में जुट गई.
पुलिस लगातार उस नम्बर को ट्रैक कर रही थी जिनसे उसने अपने ट्यूशन मेट को फोन किया था. जब पुलिस टीम द्वारा मोबाइल पर बात कर युवक को सारी जानकारी दी गयी तो युवक ने बताया कि बैलेंस ना होने की बात बताकर उसने उसके मोबाइल से फोन किया था और उसकी बातों से लग रहा था कि वो घर नहीं लौटना चाह रही है और जॉब की तलाश में है.
पुलिस ने युवक से रोहतक में रिसेप्शनिस्ट की जॉब और 25 हजार सैलरी का लालच देकर कॉल करवाया जिस पर लड़की झांसे में आकर रोहतक आयी. जहां पुलिस टीम लड़की के परिजनों के साथ पहुंची और पहचान होने पर लड़की को बरामद कर उसके परिजनों के हवाले कर दिया. जहां काफी समझाने और पढ़ाई ना रोके जाने की शर्त पर लड़की घर वापसी के लिए राजी हुई.