नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने बुधवार को MBBS में एडमिशन दिलाने के नाम पर लोगों से धोखाधड़ी करने वाले तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपी प्रतिष्ठित मेडिकल कॉलेजों के डीन या प्रिंसिपल बनकर कम शुल्क पर एमबीबीएस में एडिशन के नाम पर लोगों को शिकार बनाते थे. पुलिस के मुताबिक आरोपियों की पहचान सुमंत्र, असिकुर रहमान और धर्मेश कलिता के रूप में हुई है. आरोपियों के कब्जे से तीन मोबाइल फोन दो लैपटॉप, 10 सिम कार्ड, छह एटीएम कार्ड और तीन चेक बुक और पासबुक जब्त की है.
पुलिस का बयान: पुलिस अधिकारी ने बताया कि सुमंत ने सिक्किम मणिपाल से वर्ष 2005 में एमबीबीएस किया था. वह एक महिला के साथ मिलकर निजी मेडिकल कॉलेज में डोनेशन पर एडमिशन कराता था, लेकिन नीट आने के बाद यह काम बंद हो गया तो वह एडमिशन के नाम पर ठगी करने लगा. जांच में मालूम हुआ कि सुमंत सभी मेडिकल कॉलेज के रिटायर होने वाले डीन से बात कर अपने संस्थान में नौकरी का प्रस्ताव देता था.` फिर इसी दौरान एडमिशन के लिए खाली सीट की बात कहकर योग्य छात्र के बारे में पूछता था.
पैसा लेनें के बाद जवाब देने बंद कर दिया
शिकायतकर्ता ने पुलिस को बताया कि उसने अपने बेटे का एमबीबीएस में एडमिशन के लिए उस व्यक्ति से संपर्क किया. इसके बाद उसने ड्रॉपआउट छात्र की खाली सीट के बारे में बताया और एडमिशन प्रक्रिया को पूरा करने के लिए पांच लाख रुपये की मांग की. पुलिस के मुताबिक, शिकायतकर्ता ने 24 जुलाई को दिए गए अकाउंट नंबर में 2,50,000 रुपये जमा किए और 25 जुलाई को फिर से उक्त खाते में पांच लाख रुपये जमा किए. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, इसके बाद, उस व्यक्ति ने शिकायतकर्ता के कॉल और संदेशों का जवाब देना बंद कर दिया.
जांच के दौरान पुलिस ने पाया कि आरोपी व्यक्ति गुवाहाटी के पास सक्रिय थे और रहमान और कलिता को असम से गिरफ्तार किया. पुलिस उपायुक्त गुरइकबाल सिंह सिद्धू ने कहा कि बाद में धोखाधड़ी के मास्टरमाइंड सुमंत को भी गिरफ्तार कर लिया गया