ETV Bharat / state

दिल्ली-एनसीआर में तेज बारिश से फसल बर्बाद, किसानों ने की मुआवजे की मांग - जितेंद्र खत्री

राजधानी में हाल ही में हुई दो बार तेज बारिश और ओलावृष्टि ने किसानों की चिंता बढ़ा दी हैं. इस बारिश के चलते किसानों की 50 प्रतिशत फसल बर्बाद दुई हैं. ईटीवी भारत की टीम ने बारिश के बाद कृषि इलाकों का जायजा लिया. सुनिए भारतीय किसान मोर्चा के उपाध्यक्ष जितेंद्र खत्री का क्या कहना हैं.

crop destructed in delhi due to heavy rain and farmers asking for compensation
दिल्ली-एनसीआर में तेज बारिश से फसल बर्बाद
author img

By

Published : Mar 9, 2020, 8:04 PM IST

नई दिल्ली: बेमौसम बारिश ओर ओलावृष्टि ने किसानों के होली के रंग को फीका कर दिया हैं. दो दिन पहले दिल्ली में हुई बारिश के चलते किसानों की चिंता बढ़ती जो रही हैं. इस बारिश ने किसानों की 50 प्रतिशत खेती नष्ट कर दी है. ईटीवी भारत ने दिल्ली प्रदेश के भारतीय किसान मोर्चा के उपाध्यक्ष जितेंद्र खत्री से बातचीत की.

दिल्ली-एनसीआर में तेज बारिश से फसल बर्बाद

केजरीवाल को लिखा मुआवजे के लिए पत्र

जितेंद्र खत्री ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखकर किसानों के लिए फसल खराब होने के संदर्भ में मुआवजे की मांग की हैं. उनका कहना है कि सरकार अपने अधिकारियों से खराब फसल का आकलन कराए ओर 50,000 रुपये मुआवजे का एलान करे.

ओलावृष्टि से गेहूं की तैयार फसल नष्ट

ईटीवी भारत की टीम ने बारिश के बाद कृषि इलाकों का जायजा लिया और पाया कि बाहरी दिल्ली के ज्यादातर इलाकों में ओलावृष्टि ने गेहूं की तैयार फसल को नष्ट कर दिया है. जिसके लिए दिल्ली प्रदेश के भारतीय किसान मोर्चा के उपाध्यक्ष जितेंद्र खत्री ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखकर दिल्ली में ओलावृष्टि से फसल खराब होने के बारे में अवगत कराया ओर किसानों के लिए उचित मुआवजे की मांग की है.

jitendra khatri wrote letter for farmers compensation
जितेंद्र खत्री ने किसानों को मुआवजे देने के लिए लिखा पत्र

दिल्ली में बड़े स्तर पर होती है खेती

बाहरी दिल्ली में 18 में से 22 प्रतिशत हिस्सों में बड़े स्तर पर खेती होती हैं. बुराड़ी, हिरणकी, इब्राहिम पुर, रमजानपुर, बख्तावरपुर, अलीपुर, नरेला, बवाना, कंझावला, ओर औचंदी सहित दर्जनों गांवों की फसल ओलावृष्टि से नष्ट हो गई है. अब किसान दिल्ली सरकार से मांग कर रहे है कि सरकार अपने अधिकारियों से खेतों के निरीक्षण कराए ओर मुआवजे का एलान करे.

50,000 रुपये मुआवजे की मांग

सरकार पर किसान मोर्चा के उपाध्यक्ष ने आरोप लगाया है कि पहले कुछ ही लोगों को फसल खराब होने के मुआवजे के तौर पर चैक बांटे गए. कुछ ही लोगों को 20,000 रुपये के चैक बांटकर बाकी लोगों को 1000 और 500 रुपये के चैक बांटे गए. अब किसानों के लिए मांग की है कि पीड़ितों को 50,000 रुपये मुआवजे के तौर पर दिए जाएं.

नई दिल्ली: बेमौसम बारिश ओर ओलावृष्टि ने किसानों के होली के रंग को फीका कर दिया हैं. दो दिन पहले दिल्ली में हुई बारिश के चलते किसानों की चिंता बढ़ती जो रही हैं. इस बारिश ने किसानों की 50 प्रतिशत खेती नष्ट कर दी है. ईटीवी भारत ने दिल्ली प्रदेश के भारतीय किसान मोर्चा के उपाध्यक्ष जितेंद्र खत्री से बातचीत की.

दिल्ली-एनसीआर में तेज बारिश से फसल बर्बाद

केजरीवाल को लिखा मुआवजे के लिए पत्र

जितेंद्र खत्री ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखकर किसानों के लिए फसल खराब होने के संदर्भ में मुआवजे की मांग की हैं. उनका कहना है कि सरकार अपने अधिकारियों से खराब फसल का आकलन कराए ओर 50,000 रुपये मुआवजे का एलान करे.

ओलावृष्टि से गेहूं की तैयार फसल नष्ट

ईटीवी भारत की टीम ने बारिश के बाद कृषि इलाकों का जायजा लिया और पाया कि बाहरी दिल्ली के ज्यादातर इलाकों में ओलावृष्टि ने गेहूं की तैयार फसल को नष्ट कर दिया है. जिसके लिए दिल्ली प्रदेश के भारतीय किसान मोर्चा के उपाध्यक्ष जितेंद्र खत्री ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखकर दिल्ली में ओलावृष्टि से फसल खराब होने के बारे में अवगत कराया ओर किसानों के लिए उचित मुआवजे की मांग की है.

jitendra khatri wrote letter for farmers compensation
जितेंद्र खत्री ने किसानों को मुआवजे देने के लिए लिखा पत्र

दिल्ली में बड़े स्तर पर होती है खेती

बाहरी दिल्ली में 18 में से 22 प्रतिशत हिस्सों में बड़े स्तर पर खेती होती हैं. बुराड़ी, हिरणकी, इब्राहिम पुर, रमजानपुर, बख्तावरपुर, अलीपुर, नरेला, बवाना, कंझावला, ओर औचंदी सहित दर्जनों गांवों की फसल ओलावृष्टि से नष्ट हो गई है. अब किसान दिल्ली सरकार से मांग कर रहे है कि सरकार अपने अधिकारियों से खेतों के निरीक्षण कराए ओर मुआवजे का एलान करे.

50,000 रुपये मुआवजे की मांग

सरकार पर किसान मोर्चा के उपाध्यक्ष ने आरोप लगाया है कि पहले कुछ ही लोगों को फसल खराब होने के मुआवजे के तौर पर चैक बांटे गए. कुछ ही लोगों को 20,000 रुपये के चैक बांटकर बाकी लोगों को 1000 और 500 रुपये के चैक बांटे गए. अब किसानों के लिए मांग की है कि पीड़ितों को 50,000 रुपये मुआवजे के तौर पर दिए जाएं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.