नई दिल्ली: हाथों में पोस्टर-बैनर और प्लेट-कटोरा लिए निगम कर्मचारी हड़ताल कर सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं. सरकार के ढुलमुल रवैये के चलते निगम कर्मचारियों की यह हालत हो गई है कि कर्मचारी हाथों में कटोरा लेकर सड़क पर निकलने को मजबूर है. कर्मचारियों ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि निगम कर्मचारी लगातार पिछले कई सालों से हड़ताल कर रहे हैं, लेकिन सरकार ने अभी तक निगम कर्मचारियों पर कोई ध्यान नहीं दिया है.
कर्मचारियों से लगातार काम कराया जा रहा है, जबकि निगम कर्मचारियों ने कोरोना जैसी महामारी में भी फ्रंट वारियर्स बनकर काम किया था. उसके बाद अभी तक कर्मचारियों का वेतन, रूके हुए फंड और अन्य सुविधाएं नहीं मिली हैं. कर्मचारियों ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि पिछले 6 साल में कर्मचारी 20 बार हड़ताल कर चुका है, लेकिन अभी तक सुरक्षा उपकरण भी कर्मचारी को नहीं दिए गए हैं.
सरकार के ढीले रवैए से कर्मचारी परेशान
कर्मचारियों ने कहा कि दिल्ली नगर निगम में कॉन्ट्रैक्ट प्रणाली पर काम कर रहे कर्मचारी पिछले दो दशक से भी ज्यादा समय से काम कर रहे हैं. अब उनकी रिटायर होने की उम्र आ गई है लेकिन अभी तक पक्का नहीं किया गया है. जबकि सरकार बड़े-बड़े दावे करती है कि सरकार कर्मचारियों के लिए काम कर रही है, धरातल पर कर्मचारी परेशान और असहाय दिखाई दे रहा है.
ये भी पढ़ें:-दीपा आर्या के सहयोगी डॉक्टर योगेश गुप्ता का मोबाइल फोन दिल्ली पुलिस ने किया सीज
कर्मचारियों ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार के ढीले रैवये के चलते सफाई कर्मचारियों की एक पीढ़ी नष्ट हो गई. सरकार ने कर्मचारियों को पक्का भी नहीं किया. जिसके चलते बच्चों की पढ़ाई, घर का खर्चा आदि सब चलाने के लिए दूसरों पर आश्रित पड़ता है.
नहीं मिला वेतन तो दिल्ली में फैलाएंगे कूड़ा
निगम कर्मचारियों की अपने नेताओं और अधिकारियों से मांग है कि उन्हें जल्द से जल्द वेतन व भत्ते दिए जाएं, ताकि परेशानियों के दौर में कोई कर्मचारी गलत कदम उठाने को मजबूर ना हो जाए. यदि सरकार नहीं मानती तो दिल्ली नगर निगम के कर्मचारी सड़क पर कूड़ा फैलाने में भी पीछे नहीं रहेंगे, जिसका खामियाजा दिल्ली की जनता को उठाना पड़ेगा.