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पुलिस कस्टडी में हुई युवक की मौत, हंगामे के बाद 3 पुलिसकर्मी सस्पेंड

पुलिस ने परिजनों के आरोप को झूठ बताते हुए कहा कि ओरोपी की तबीयत पहले से ही खराब थी. जब उसे थाने में लाया गया तो उसकी हालत बिगड़ने लगी, तभी उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई.

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Published : Jun 7, 2019, 10:23 PM IST

युवक की पुलिस हिरासत में मौत, तीन पुलिसकर्मी सस्पेंड

नई दिल्ली: उत्तर पूर्वी दिल्ली के नंद नगरी थाने में गुरुवार को एक शख्स की संदिग्ध हालात में मौत होने का सनसनीखेज मामला सामने आया है. वहीं इस मामले को लेकर मृतक के परिजनों ने पुलिसवालों पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि उसकी मौत पुलिस की पिटाई करने से हुई है.

वही पुलिस ने परिजनों के आरोप को झूठ बताते हुए कहा कि ओरोपी की तबीयत पहले से ही खराब थी. जब उसे थाने में लाया गया तो उसकी हालत बिगड़ने लगी, तभी उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई.

युवक की पुलिस हिरासत में मौत, तीन पुलिसकर्मी सस्पेंड

एएसआई और दो कांस्टेबलों सस्पेंड

मामले की गम्भीरता को देखते हुए जिला पुलिस उपायुक्त ने मजिस्ट्रेट की निगरानी में मृतक आरोपी का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है और इस के साथ ही एएसआई और दो कांस्टेबलों को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है. वहीं मृतक परिजनों का कहना है कि दोषी पुलिसवालों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए.

पुलिस ने फोन कर बुलाया था

मिली जानकारी के मुताबिक क्षेत्र का ही रहने वाला गोविंदा को पुलिस ने शराब तस्करी के आरोप में पकड़ा था. लेकिन वही परिजनों का आरोप है कि उन्हें फोन करके थाना बुलाया गया, और गोविंदा को छोड़ने के एवज में बीस हजार रुपये की मांग की गई. पुलिस वालों ने मृतक गोविंदा की बहन रेशमा से दस हजार रुपये ले भी लिए.

डीसीपी ने किया सस्पेंड

एडिशनल डीसीपी आरपी मीना ने बताया कि इन मामले में हिरासत में लेने की पूरी प्रक्रिया का पालन नहीं करने पर हेड कांस्टेबल अभिषेक, कांस्टेबल विशाल और उद्यम सिंह को सस्पेंड कर दिया गया है. जबकि गोविंदा की मौत में पुलिस कर्मियों की भूमिका की जांच की जा रही है. इस पूरे मामले की मजिस्ट्रेट जांच भी कराई जा रही है. पुलिस के आला अधिकारी फिलहाल कैमरे पर कुछ भी बोलने से बच रहे हैं.

नई दिल्ली: उत्तर पूर्वी दिल्ली के नंद नगरी थाने में गुरुवार को एक शख्स की संदिग्ध हालात में मौत होने का सनसनीखेज मामला सामने आया है. वहीं इस मामले को लेकर मृतक के परिजनों ने पुलिसवालों पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि उसकी मौत पुलिस की पिटाई करने से हुई है.

वही पुलिस ने परिजनों के आरोप को झूठ बताते हुए कहा कि ओरोपी की तबीयत पहले से ही खराब थी. जब उसे थाने में लाया गया तो उसकी हालत बिगड़ने लगी, तभी उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई.

युवक की पुलिस हिरासत में मौत, तीन पुलिसकर्मी सस्पेंड

एएसआई और दो कांस्टेबलों सस्पेंड

मामले की गम्भीरता को देखते हुए जिला पुलिस उपायुक्त ने मजिस्ट्रेट की निगरानी में मृतक आरोपी का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है और इस के साथ ही एएसआई और दो कांस्टेबलों को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है. वहीं मृतक परिजनों का कहना है कि दोषी पुलिसवालों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए.

पुलिस ने फोन कर बुलाया था

मिली जानकारी के मुताबिक क्षेत्र का ही रहने वाला गोविंदा को पुलिस ने शराब तस्करी के आरोप में पकड़ा था. लेकिन वही परिजनों का आरोप है कि उन्हें फोन करके थाना बुलाया गया, और गोविंदा को छोड़ने के एवज में बीस हजार रुपये की मांग की गई. पुलिस वालों ने मृतक गोविंदा की बहन रेशमा से दस हजार रुपये ले भी लिए.

डीसीपी ने किया सस्पेंड

एडिशनल डीसीपी आरपी मीना ने बताया कि इन मामले में हिरासत में लेने की पूरी प्रक्रिया का पालन नहीं करने पर हेड कांस्टेबल अभिषेक, कांस्टेबल विशाल और उद्यम सिंह को सस्पेंड कर दिया गया है. जबकि गोविंदा की मौत में पुलिस कर्मियों की भूमिका की जांच की जा रही है. इस पूरे मामले की मजिस्ट्रेट जांच भी कराई जा रही है. पुलिस के आला अधिकारी फिलहाल कैमरे पर कुछ भी बोलने से बच रहे हैं.

Intro:उत्तर पूर्वी दिल्ली के नंद नगरी थाने में एक शख्स की संदिग्ध हालात में मौत होने का सनसनीखेज मामला सामने आया है परिजनों ने पुलिस का आरोप लगाया है कि उसकी मौत पुलिस की पिटाई करने से हुई है वही पुलिस की तबीयत खराब थी थाने में लाने पर उसकी हालत बिगड़ी और उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां मजिस्ट्रेट की निगरानी में पोस्टमार्टम कराया जा रहा है.मामले की गम्भीरता को देखते हुए जिला पुलिस उपायुक्त ने आरोपी एएसआई और दो कांस्टेबलों को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है, वहीं मृतक के परिजनों का आरोप है कि दोषी पुलिस वालों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए.


Body:जानकारी के मुताबिक क्षेत्र में ही रहने वाले गोविंदा को पुलिस शराब तस्करी के आरोप में पकड़ थाने ले गई, परिजनों का आरोप है कि उन्हें फोन करके थाने बुलाया गया, और गोविंदा को छोड़ने के एवज में बीस हजार रुपये की मांग की गई, आरोप है कि पुलिस वालों ने मृतक गोविंदा की बहन रेशमा से दस हजार रुपये ले भी लिए जबकि उसकी पिटाई के चलते थाने में ही मौत हो चुकी थी.
दिल्ली पुलिस पर एक बार फिर एक शख्स को हिरासत में पीट-पीटकर जान से मारने का आरोप लगाया है मामला उत्तर पूर्वी दिल्ली के थाना नंद नगरी में सामने आया है दिल्ली पुलिस के मुताबिक गुरुवार सुबह 7:00 बजे एक को सूचना के आधार पर दो पुलिस वालों ने नईम और गोविंदा नाम के शख्स को शराब तस्करी के आरोप में हिरासत में लिया और थाने ले आये.पुलिस का कहना है कि रात करीब नौ बजे गोविंदा की तबियत अचानक से खराब होने लगी जिसके बाद उसे जीटीबी अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने गोविंदा को मृत घोषित कर दिया. पुलिस के मुताबिक गोविंदा से कोई मारपीट नहीं कि गई. फिलहाल पुलिस मामले की न्यायिक जांच की बात कर रही है.

एडिशनल डीसीपी आरपी मीना ने बताया कि इन मामले में हिरासत में लेने की पूरी प्रक्रिया का पालन नहीं करने पर हेड कांस्टेबल अभिषेक,कांस्टेबल विशाल और उद्यम सिंह को सस्पेंड कर दिया गया है, जबकि गोविंदा की मौत में पुलिस कर्मियों की भूमिका की जांच की जा रही है. इए पूरे मामले की मजिस्ट्रेट जांच भी कराई जा रही है.पुलिस के आला अधिकारी फिलहाल कैमरे पर कुछ बोलने से बच रहे हैं.



Conclusion:एक तरफ दिल्ली पुलिस खुद को देश की स्मार्ट पुलिस और टॉप कॉप कहलाना पसंद करती है वहीं दिल्ली के थाने में शख्स की पुलिस हिरासत में संदिग्ध हालात में मौत हो जाती है, मृतक के परिजन पुलिस की पिटाई के चलते गोविंदा की मौत होने का आरोप लगा रहे हैं. इन आरोपों के बाद दिल्ली पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवालिया निशान खड़ा हो गया है. हालांकि इस पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए आरोपी तीन पुलिसवालों के खिलाफ सस्पेंशन की कार्रवाई कर दी गई है लेकिन परिजनों का कहना है कि यह कार्रवाई कम है दोषी पुलिस वालों को कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए. देखना होगा कि परिजनों को न्याय कब तक मिल पाता है.

बाईट 1
गोपाल यादव
मृतक गोविंदा का भाई

मृतक गोविंदा की बहन के साथ टिक टेक भी सेंड किया है।
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