नई दिल्ली: उत्तर पूर्वी दिल्ली के नंद नगरी थाने में गुरुवार को एक शख्स की संदिग्ध हालात में मौत होने का सनसनीखेज मामला सामने आया है. वहीं इस मामले को लेकर मृतक के परिजनों ने पुलिसवालों पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि उसकी मौत पुलिस की पिटाई करने से हुई है.
वही पुलिस ने परिजनों के आरोप को झूठ बताते हुए कहा कि ओरोपी की तबीयत पहले से ही खराब थी. जब उसे थाने में लाया गया तो उसकी हालत बिगड़ने लगी, तभी उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई.
एएसआई और दो कांस्टेबलों सस्पेंड
मामले की गम्भीरता को देखते हुए जिला पुलिस उपायुक्त ने मजिस्ट्रेट की निगरानी में मृतक आरोपी का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है और इस के साथ ही एएसआई और दो कांस्टेबलों को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है. वहीं मृतक परिजनों का कहना है कि दोषी पुलिसवालों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए.
पुलिस ने फोन कर बुलाया था
मिली जानकारी के मुताबिक क्षेत्र का ही रहने वाला गोविंदा को पुलिस ने शराब तस्करी के आरोप में पकड़ा था. लेकिन वही परिजनों का आरोप है कि उन्हें फोन करके थाना बुलाया गया, और गोविंदा को छोड़ने के एवज में बीस हजार रुपये की मांग की गई. पुलिस वालों ने मृतक गोविंदा की बहन रेशमा से दस हजार रुपये ले भी लिए.
डीसीपी ने किया सस्पेंड
एडिशनल डीसीपी आरपी मीना ने बताया कि इन मामले में हिरासत में लेने की पूरी प्रक्रिया का पालन नहीं करने पर हेड कांस्टेबल अभिषेक, कांस्टेबल विशाल और उद्यम सिंह को सस्पेंड कर दिया गया है. जबकि गोविंदा की मौत में पुलिस कर्मियों की भूमिका की जांच की जा रही है. इस पूरे मामले की मजिस्ट्रेट जांच भी कराई जा रही है. पुलिस के आला अधिकारी फिलहाल कैमरे पर कुछ भी बोलने से बच रहे हैं.