नई दिल्ली: भारत में हर साल 21 अक्टूबर को पुलिस स्मृति दिवस मनाया जाता है. दिल्ली के न्यू पुलिस लाइन में भी श्रद्धांजलि परेड का आयोजन किया गया. यह दिन उन बहादुर पुलिसकर्मियों को याद करने और सम्मान देने के लिए मनाया जाता है जिन्होंने देश के प्रति कर्तव्य का पालन करते हुए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए.
राजधानी की सुरक्षा व्यवस्था और कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी संभाल रही पुलिस दिल्लीवासियों के लिए लगातार अपनी सेवाएं दें रही है. पुलिस आयुक्त ने बताया कि इस वर्ष दिल्ली के 7 जवान सहित देश के अलग अलग राज्य और अलग-अलग फोर्स के कुल 188 जवान शहीद हुए हैं. उन सभी को याद करते हुए श्रद्धांजलि दी गई.
श्रद्धांजलि परेड में दिल्ली पुलिस के मुखिया संजय अरोड़ा और कई पूर्व आईपीएस अधिकारी पहुंचे. सभी ने शहीद स्मारक पर फूल चढ़ाए और शहीदों को याद करते हुए उनके सम्मान में दिल्ली पुलिस का झंडा भी झुका दिया. इस दौरान पुलिस आयुक्त ने कहा कि जिस तरह से दिल्ली पुलिस लगातार लोगों की सेवा कर रही है वो बेहद सराहनीय है.
इस दिन का इतिहास
गौरतलब है कि, आज के ही दिन 21 अक्तूबर, 1959 को लद्दाख के हॉट स्प्रिंग क्षेत्र में पुलिस बल की एक टुकड़ी मातृभूमि की रक्षा के लिए तैनात थी, वहीं एक पहाड़ी पर छिपे चीनी सैनिकों के बड़े दस्ते ने उन पर अचानक आक्रमण कर दिया. देश के शत्रुओं का सामना करते हुए भारतीय पुलिस के 10 जवान उस मुठभेड़ में वीरगति को प्राप्त हुए. तब से हर साल इन शहीदों एवं ड्यूटी के दैरान मारे गए अन्य सभी पुलिसकर्मियों की स्मृति में 21 अक्टूबर को पुलिस स्मृति दिवस के रूप में मनाया जाता है. इसी कड़ी में दिल्ली पुलिस के मुखिया सहित तमाम पुलिसकर्मी ने भी जवानों की शहादत को याद किया.
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