नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में दूसरे त्योहारों की तरह जन्माष्टमी पर भी महामारी कोरोना का प्रभाव देखने को मिल रहा है. बाजारों से रौनक पूरी तरह से गायब है. उत्तरी पूर्वी दिल्ली में भजनपुरा के शुकुल बाजार में कान्हा के वस्त्र और झूले से दुकानें सजी हैं, लेकिन बाजारों में ज्यादा भीड़ नहीं दिखाई दी. हालांकि कुछ महिलाएं और बच्चे जन्माष्टमी की खरीददारी के लिए बाजार में निकले हुए थे.
उत्तर पूर्वी दिल्ली के भजनपुरा इलाके में दूसरे त्योहारों की तरह इस बार कान्हा के जन्मदिन जन्माष्टमी पर भी लोगों में महामारी का खौफ दिखाई दे रहा है. कुछ बाजारों को छोड़ो तो ज्यादातर जगह पर दुकानों पर ज्यादा खरीददार नहीं पहुंच रहे हैं.
भजनपुरा की मेन मार्केट में भले ही जन्माष्टमी के मौके पर ज्यादा रौनक नहीं दिखाई दी. लेकिन गली-मोहल्ले में जरूर कुछ दुकानें कान्हा के झूले, सजावट का सामान और वस्त्रों से सजाई गई थी. बाजार में हालांकि इस बार ज्यादा भीड़-भाड़ तो नहीं थी, लेकिन कुछ जगहों पर महिलाएं और बच्चे जरूर खरीदारी करते दिखाई दिए.
सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क के साथ खरीददारी
भजनपुरा इलाके में मौजूद एक बाजार में जहां जन्माष्टमी की दुकानें खरीदारी के लिए सजी हुई थी. वहां कुछ महिलाएं और बच्चे पूरी तरह से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए दिखाई दिए. खरीदारी करने आए लोगों ने न केवल मास्क लगाए हुए थे.
बल्कि वो खरीदारी के समय दूरी का पूरी तरह ख्याल रख रहे थे. कई दुकानों पर सैनिटाइजर की भी व्यवस्था थी. जैसे ही खरीददार वहां पहुंचते. वैसे ही दुकान पर मौजूद शख्स उनके सैनिटाइजर से हाथ साफ करवा रहे थे.
ग्राहकों का इंतजार करते दिखे दुकानदार
कुछ दुकानों पर जहां खरीददार दिखाई दिए. वहीं कुछ दुकानों पर दुकानदार ग्राहकों के इंतजार में मायूस दिखे. एक महिला दुकानदार ने बताया कि पिछले सालों के मुकाबले इस बार तो कुछ भी बिक्री नहीं हुई. ऐसा लगता है जैसे सामान का पैसा भी निकल जाए तो गनीमत है. कुछ दुकानों पर सामान तो भरपूर था, लेकिन ग्राहक नदारद थे.