नई दिल्ली: राष्ट्रीय राष्ट्रवादी पार्टी ने लॉकडाउन के दौरान मानव संसाधन मंत्रालय सहित सभी मुख्यमंत्रियों से पत्र लिखकर बच्चों की स्कूल फीस माफ करने की मांग की है. इसी मांग को लेकर पार्टी के लोगों ने आज दूसरे दिन भी अपने घर पर रहकर ही धरना दिया. फेसबुक लाइव के जरिए अपनी मजबूरी सबसे साझा की.
फीस माफी के लिए धरना
राष्ट्रीय राष्ट्रवादी पार्टी 7 अप्रैल से लगातार बच्चों की फीस माफ करने की मांग कर रही है. राष्ट्रीय राष्ट्रवादी पार्टी की मांग है कि लॉकडाउन के दौरान सरकार 3 महीने की फीस स्कूलों को भुगतान करे. जिससे अभिभावकों को राहत मिल सके. पार्टी के लोगों का कहना है कि इस संक्रमण काल में सभी नागरिकों की स्थिति एक समान हो गई है. नागरिकों को आर्थिक न्याय का संवैधानिक अधिकार प्राप्त है.
जब देश संक्रमण काल से गुजर रहा है. लोगों की आमदनी नगण्य हो चुकी है. ऐसे में सभी बच्चों की फीस आरटीई(RTE) कानून के तहत आर्थिक कमजोर वर्ग हेतु निर्धारित फीस, सरकार स्कूलों को भुगतान करे. जिससे नागरिकों को आर्थिक न्याय मिल सके और देश के दोयम दर्जे का नागरिक होने का एहसास ना हो.
'कोरोना काल में मुश्किल हुआ जीवनयापन'
पार्टी के लोगों का कहना है कि देश संक्रमण काल से गुजर रहा है, जिससे लगभग सभी प्रकार का व्यवसाय बंद है. लोग गुजारा कर रहे हैं और सरकार के निर्देशानुसार अपने व्यवसाय के कर्मचारियों को तनख्वाह देकर उनका जीवन यापन करा रहे हैं, सरकार से राहत पाए बिना मकान के किरायेदारों को राहत दे रहे हैं. जबकि दुकानों का किराया, बिजली का भी भुगतान कर रहे हैं.
देश के नागरिक निरंतर सरकार को अपना वित्तीय योगदान भी प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष टैक्स के रूप में देते रहते हैं. आज जब आपदा की स्थिति से नागरिक गुजर रहे हैं तो इस संक्रमण काल में सरकार से कम से कम अपने बच्चों की फीस माफी की अपेक्षा करते हैं.