नई दिल्ली: उत्तर पूर्वी दिल्ली के न्यू उस्मानपुर थाना क्षेत्र में दो दिन पहले हुई फायरिंग की वारदात में घायल शख्स मोहम्मद हसन उर्फ सूफी कलवा की देर रात मैक्स अस्पताल में मौत हो गई. हसन ने इलाज के दौरान शनिवार देर रात अस्पताल में दम तोड़ दिया. न्यू उस्मानपुर थाना क्षेत्र में लगने वाले ब्रहमपुरी की गली नंबर-18 में दो दिन पूर्व फायरिंग की वारदात हुई थी. जिसमें मोहम्मद हसन उर्फ सूफी कलवा घायल हो गए थे. हसन की पीठ में गोली लगी थी. जिससे उनकी आंतों में गहरे घाव हो गए थे. उनकी देर रात मैक्स अस्पताल में मौत हो गई.
हसन की मौत के बाद इस मामले में दर्ज हत्या की कोशिश के मामले को हत्या की धाराओं में बदल दिया गया है. पुलिस सीसीटीवी की मदद से आरोपियों की तलाश कर रही है.
ऐसे हुई थी वारदात
जानकारी के मुताबिक घटना 2 दिन पहले न्यू उस्मानपुर थाना क्षेत्र में पड़ने वाले ब्रह्मपुरी की गली नंबर 18 में हुई. बताया जाता है कि न्यू जाफराबाद इलाके में रहने वाला मोहम्मद हसन उर्फ सूफी कलवा अपने एक साथी के साथ बाइक पर सवार होकर किसी जानकार से मिलने के लिए गली नंबर 18 में पहुंचा था. वो अभी गली में कुछ दूरी पर स्थित हैदरी हॉल के पास पहुंचा ही था कि तभी पीछे से आए दो लड़कों ने बाइक पर पीछे बैठे हसन को गोली मार दी. गोली लगते ही अनियंत्रित हुई बाइक से ये दोनों गिर पड़े.
बंदूक की बट से भी किए वार
हमलावर इतने पर भी नहीं रुका वो दौड़कर हसन के पास पहुंचा और बंदूक की बट से हसन पर ताबड़-तोड़ कई वार किए और गाली गलौज करता हुआ. वहां से अपने साथी के साथ फरार हो गया. इसी दौरान किसी ने पुलिस को घटना की जानकारी दी. पुलिस के पहुंचने से पहले ही घायल हसन को पहले जीटीबी और फिर वहां से हालात बिगड़ने पर मैक्स पडपडगंज रैफर कर दिया गया. अस्पताल में दो दिन चले इलाज के बावजूद डॉक्टर हसन की जान नहीं बचा सके.
CCTV से भी बेखौफ थे हमलावर
हमलावर कितने शातिर थे, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जिस गली में फायरिंग की यह घटना हुई. उस गली में एक-दो नहीं बल्कि कई कई सीसीटीवी लगे हुए थे.
पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की जांच की तो उसमें हसन के हमलावर साफ दिखाई दे गए. जिनकी पहचान भी कर ली गई. और तलाश में पुलिस टीमें छापेमारी कर रही है.
आरोपी की पहचान इसी गली में रहने वाले राजू बैचेन के रूप में हुई है. वारदात से ये साफ है कि उसे पुलिस का भी कोई खौफ नहीं है. घटनास्थल पर कई सीसीटीवी कैमरों के होने के बावजूद उसने सरेआम इस वारदात को अंजाम दिया.
पहले साथ ही काम करता था आरोपी
सूत्र बताते हैं कि फायरिंग करने वाला मुख्य आरोपी राजू बैचेन हसन के साथ ही काम करता था. पिछले दिनों हुई मामूली कहासुनी के चलते राजू हसन से अलग होकर काम करने लगा.
लेकिन कुछ दिनों पहले दोनों में मुहर्रम के जुलूस के दौरान किसी बात पर कहासुनी हो गई और हसन ने राजू की पिटाई कर दी.
तब से लगातार राजू हसन पर हमला करने के लिए किसी सटीक मौके की तलाश में था. और मौका देखकर उसने हसन पर हमला कर दिया.
आरोपी ने ऑडियो वायरल कर धमकाया
फायरिंग की वारदात के बाद जब आरोपी ने कई लोगों को हसन की मदद करते देखा, तो उसने एक ऑडियो जारी करते हुए स्थानीय लोगों को धमकाया. और कहा कि किसी ने अगर हसन की मदद करने की कोशिश तो उसका अंजाम बुरा होगा.
पुलिस आरोपी की तलाश में जुटी
सीसीटीवी में आई हमलावर की साफ तस्वीर के बाद आरोपी के ऑडियो टेप ने पुलिस के सामने चुनौती खड़ी कर दी है, क्योंकि सीसीटीवी से आरोपी की पहचान होने के दो दिन बाद भी पुलिस वारदात में शामिल आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर सकी.