नई दिल्ली: दिल्ली में सभी राजनैतिक पार्टियां विधानसभा चुनाव की तैयारियां कर रही हैं. जनता के बीच जाकर नेता अपने द्वारा किए गए कामों की स्वयं बढ़ाई कर रहें हैं लेकिन करावल नगर में एक रोड ऐसी है जिसने करावल नगर की जनजीवन को बुरी तरह से अस्त व्यस्त कर रखा है. भजनपुरा को करावल नगर से जोड़ने वाली भजनपुरा मेन रोड की हालत पिछले कई सालों से खराब है. कितनी बार रोड पर नारियल फूट चुके हैं लेकिन सड़क अभी तक नहीं बनी.
सड़क से परेशान हैं स्थानीय निवासी
उत्तर पूर्वी दिल्ली के करावल नगर विधानसभा में मेन मार्केट करावल नगर को भजन पूरा से जोड़ने वाली मेन रोड पिछले कई सालों से जर्जर हालत में है. इतना ही नहीं इस रोड पर बड़े-बड़े गड्ढे हैं. सड़क पर इतनी धूल उड़ती है कि लोग बीमारियों के शिकार बन जाते हैं.
चुनावी वादें तो हुए पर सड़क निर्माण नहीं
चुनाव का समय है तो नेताओं ने भी इस जगह का दौरा करना शुरू कर दिया है. फिर से शहर में बड़े बड़े वादे होने लगे हैं लेकिन यह रोड वैसी की वैसी ही है. पहले ही बारिश ने लोगों का रोड पर चलना बंद कर दिया है. गाड़ी वाले तो परेशान हैं ही लेकिन पैदल चलना भी लोगों के लिए अब दुशवार हो गया हैं.
बंद हो रहे हैं लोगों के व्यवसाय
व्यवसाय की दृष्टि से यह रोड व्यापारियों के लिए काफी अच्छी है पर अब इस सड़क की दुर्दशा से लोगों का काम भी ठप हो रहा हैं. हर प्रकार की दुकान इन रोड पर देखी जा सकती थी-चाहे वह कपड़ों की हो, चाहे वह बर्तन की हो या मिठाइयां की लेकिन अब हालात यह हैं कि लोगों का दुकान का किराया निकालना मुश्किल हो रहा है, लेबर की सैलरी तो दूर की बात है.
सुनिए एक ऐसे ही पीड़ित व्यापारी की बात
- राहुल ने कुछ महीने पहले ही कपड़े की दुकान इस सड़क के पास खोली थी. लोगों से उधार लेकर दुकान में समान लेकर आया था. उसको विश्वास था कि इस रोड से वह कमाकर लोगों का उधार भी चुका देगा और अपने परिवार का जीवन भी व्यापन कर लेगा लेकिन रोड की दुर्दशा कुछ ऐसी हुई कि राहुल को कपड़े औने-पौने दामों पर बेचने पड़े. यहां तक की उसे दुकान बंद करनी पड़ी. राहुल जैसे बहुत सारे दुकानदार इस रोड पर है जिन्होंने अपनी दुकान को इन दिनों बंद किया है.
सड़क से लोग हो रहे हैं बीमार
- स्थानीय निवासी सुधांशु छाबड़ा बताते हैं कि उनसे पहले दुकान पर उनके पिताजी ही बैठते थे. इस रोड पर धूल उड़ने का आलम कुछ इस तरीके से रहा कि दिन-ब-दिन उनके पिता सांस के मरीज होते गए . आज हालत यह है कि पिताजी बिना नाक ढके कहीं भी आना और जाना नहीं करते.
जख्मी लोगों को होती है सबसे ज्यादा परेशानी
- करावल नगर निवासी शिवांग राय बताते हैं कि उनके पिताजी का एक रोड एक्सीडेंट में पैर टूट गया था. जब शिवांग के पिता को अस्पताल ले जाया गया तो उनको काफी समस्याओं का सामना करना पड़ा. इस सड़क ने लोगों को इस तरीके से परेशान कर रखा है.
जाम में फंसकर समय पर नहीं पहुंच पाते हैं लोग
- स्थानीय निवासी अनु पांडे नोएडा की एक नामचीन मोटर कंपनी में कार्यरत है. वह बताते हैं कि पिछले कई महीनों से वह समय पर अपने ऑफिस नहीं पहुंच पाते. पिछले कई दिनों से वे काम पर देरी से पहुंच रहे है जिसके चलते उनका समय भी खराब होता है.
दिल्ली विधानसभा चुनाव 8 फरवरी को है. करावल नगर मेन रोड की जर्जर हालत कई चुनाव देख चुकी है. उम्मीद है इन चुनावों में इस रोड का उद्धार जरूर होगा. इस रोड से संबंधित अनेक समस्याएं हैं लेकिन समाधान एक है वो है रोड का निर्माण. यह लोगों के मानव अधिकारों के अंतर्गत आता है लेकिन लोग अपने इससे ही वंचित है क्योंकि यहां पर नेता अपने द्वारा किये गए विकास कार्यों को बताने में व्यस्त हैं.