नई दिल्ली: पैरा ओलंपियन गुलफाम अब तक न केवल दर्जनों अवार्ड स्टेट और नेशनल लेवल पर जीत चुके हैं, बल्कि उनके नाम देश का पहला व्हीलचेयर मॉडल होने का भी खिताब है. कोरोना काल में लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से दिल्ली से हिमाचल के बीच गुलफाम जल्द ही 'एक्सेसिबल इंडिया कोरोना अवेयरनेस राइड' का हिस्सा भी बनने जा रहे हैं.
खुदी को कर बुलंद इतना कि हर तकदीर से पहले खुदा बंदे से पूछे कि बता तेरी रज़ा क्या है. अल्लामा इकबाल का ये शेर उत्तर पूर्वी दिल्ली के भजनपुरा इलाके में रहने वाले गुलफाम पर सटीक बैठता है. गुलफाम ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में बताया कि उन्होंने कभी भी दिव्यांगता को खुद पर हावी नहीं होने दिया, बल्कि अपने दिव्य अंग को पहचाना और आगे बढ़ते चले गए. दरअसल अपने पैरों से दिव्यांग गुलफाम ने अपने हाथों को इतना सशक्त बना लिया कि आज उनका कारवां एक आम इंसान से तेज चलता है.
डिसेबिलिटी में उसे एबिलिटी को दी प्राथमिकता
पैरा ओलंपियन गुलफाम ने बताया कि कैसे सुगम्य भारत अभियान के तहत उन्होंने अभी डिसेबिलिटी में से एबिलिटी को प्राथमिकता पर रखा. साथ ही दर्जनों मैडल जीतकर ये मुकाम हासिल कर लिया, जो उनके लिए एक अभिमान बन गया.
गुलफाम ने दूसरे दिव्यांग लोगों से आह्वान करते हुए कहा कि आप अपनी कमजोरियों को मत देखिए, क्योंकि दिव्यांगता आपके दिमाग में होती है शरीर में नहीं. अगर आपने मन में सोच लिया, तो कुछ नहीं कर पाएंगे, लेकिन अगर मन में ठान लिया तो यकीनन इस दिव्यांगता को हराकर खुद को सक्षम बनाने में कामयाब हो जाएंगे.
सिग्नेचर ब्रिज से चलेगी एक्सेसिबल इंडिया कोरोना अवेयरनेस राइड
गुलफाम ने बताया कि मौजूदा कोरोना काल में लोगों को कोरोना के प्रति जागरूक करने के लिए वो एक्सेसिबल इंडिया कोरोना अवेयरनेस राइड का हिस्सा बनने जा रहे हैं. दिल्ली से हिमाचल प्रदेश के सोलन जाने वाली इस राइड की शुरुआत आगामी 10 अक्टूबर को यमुनापार की शान कहे जाने वाले सिग्नेचर ब्रिज से होगी.
दिल्ली से शुरू होकर ये राइड देर रात तक सोलन पहुंचेगी. जहां लोगों को जागरूक करने के साथ ही अगले दिन दिल्ली के लिए रवाना हो जाएगी. इस राइड में गुलफाम के साथ कारगिल वॉर में दिव्यांग हुए वीर शामिल होंगे. साथ खुद से जीत कर एक मुकाम हासिल करने वाले दिव्यांग 15 महिला पुरुष इस राइड का हिस्सा बनेंगे.
2008 से शुरू जीत का सफर आज तक है जारी
गुलफाम ने साल 2008 नागपुर में हुई जूनियर नेशनल पावर लिफ्टिंग चैम्पियनशिप में तीसरा स्थान पाया था. उसके बाद उन्होंने खुद को और मजबूत व बेहतर बनाने पर काम करना जारी रखा.
2010 को दिल्ली में हुई दिल्ली स्टेट पैरा ओलंपिक एथलीट में पहला स्थान. इसी साल बैंगलोर में हुए नेशनल गेम्स में दूसरा स्थान हासिल किया.
नागपुर में 2011 में हुई पावर लिफ्टिंग चैम्पियनशिप में दूसरा. इसी साल दिल्ली में हुई दिल्ली स्टेट पैरा ओलंपिक मीट में दूसरा, 2012 को दिल्ली में हुई पैरा ओलंपिक मीट में पहला स्थान हासिल किया.
यूनाइटेड नेशन से कर्मवीर चक्र अवार्ड
गुलफाम ने 2015 को मुंबई में हुए मिस्टर एंड मिस व्हील चेयर इंडिया में मिस्टर व्हील चेयर इंडिया का खिताब हासिल किया. इनके साथ ही कुल 33 छोटे बड़े मैडल जीतने के साथ ही 2019 में यूनाइटेड नेशन से कर्मवीर चक्र अवार्ड 2019 हासिल किया. इसके साथ ही गुलफाम अहमद एक मोटिवेशनल स्पीकर के रूप में भी खुद को स्थापित कर चुके हैं.