नई दिल्ली: राजधानी के उत्तर पूर्वी इलाकों मे फरवरी में हुए दंगों के पीड़ित आज तक सरकार की ओर से मिलने वाली आर्थिक सहायता राशि के इंतज़ार में है. जमीअत उलमा ए हिन्द ने अपने खर्चे से मार्किट की 97 दुकानें बना कर दुकानदारों को दे दी है, लेकिन दिल्ली सरकार की ओर से जो आर्थिक सहायता राशि देने का वादा किया गया था वो 5 महीने बीत जाने के बाद भी पूरा नही हुआ है.
दिल्ली सरकार ने की वादाखिलाफी
आपको बता दें दिल्ली दंगों मे उपद्रवियों ने गोकलपुरी की टायर मार्किट को आग लगा दी थी. जिसमे करोड़ो रुपये का सामान जल कर खाक हो गया था. दुकाने बनने के बाद काम पर लोटे दुकानदारों ने ईटीवी भारत से बात करते हुए अपनी विपदा सुनाई और कहा कि दंगो मे उनका सब कुछ जल कर राख हो गया था. दिल्ली वक़्क़ बोर्ड ने शुरुआत में मदद की थी, लेकिन चेयरमैन अमानतुल्लाह खान के हटने के बाद वहां से भी मदद बंद हो गई.
जमीअत उलमा ए हिन्द ने की मदद
जिसके बाद जमीअत उलमा ए हिन्द ने मार्केट की सभी जली हुई दुकानों को दोबारा से तामीर कराया. पीड़ित दुकानदारों का कहना था कि दिल्ली सरकार ने 5 लाख रूपए की आर्थिक सहायता राशी देने का वादा किया था. लेकिन आज तक किसी को भी मदद नहीं मिली है. कुछ लोगों के पास कुछ रुपये बैंक खातों में ज़रूर आए है. लेकिन सरकार से जैसी अपेक्षा की थी वो उस पर खरी नहीं उतरी.