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योजनाओं के बारे में जानने, माइनॉरिटी कमीशन के ऑफिस पहुंचे बौद्ध समुदाय के लोग - दिल्ली माइनॉरिटी कमीशन ऑफिस

कमीशन के चेयरमैन डॉ.जफरुल इस्लाम खान ने बौद्ध समुदाय से जुड़े लोगों को पूरी तरह से आश्वस्त किया कि कमीशन दिल्ली में रहने वाले अल्पसंख्यकों के अधिकारों की पूरी तरह से रक्षा करने को तत्पर है.

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Published : Nov 7, 2019, 9:22 PM IST

Updated : Nov 7, 2019, 11:36 PM IST

नई दिल्ली: अमन विहार के सुलेमान नगर इलाके में पिछले 25-30 सालों से रहने वाले बौद्ध समुदाय से जुड़े दर्जनों लोगों ने दिल्ली माइनॉरिटी कमीशन के ऑफिस पहुंचकर कमीशन के चेयरमैन से मुलाकात की. साथ ही दिल्ली सरकार से अल्पसंख्यक समुदाय को मिलने वाली योजनाओं को जाना और अपनी समस्याएं उनके सामने रखी.

माइनॉरिटी कमीशन ऑफिस पहुंचे बौद्ध समुदाय के लोग

इस दौरान कमीशन के पदाधिकारियों ने बौद्ध समुदाय के लोगों की समस्याओं को सुना. साथ ही उन्हें अल्पसंख्यक वर्ग में शामिल होने पर दिल्ली सरकार से मिलने वाली योजनाओं के बारे में भी विस्तार से बताया.

'कमीशन आगे बढ़कर समस्या का समाधान करेगा'
कमीशन के चेयरमैन डॉ.जफरुल इस्लाम खान ने बौद्ध समुदाय से जुड़े लोगों को पूरी तरह से आश्वस्त किया कि कमीशन दिल्ली में रहने वाले अल्पसंख्यकों के अधिकारों की पूरी तरह से रक्षा करने को तत्पर है. उन्हें मिलने वाली सरकारी योजनाओं का लाभ लेने में होने वाली किसी भी समस्या का समाधान कमीशन आगे बढ़कर करेगा.

बौद्ध समुदाय के लिए एडवाइजरी कमेटी
इस दौरान कमीशन के चेयरमैन ने उन्हें बताया कि कमीशन में बौद्ध समुदाय के लिए पहले से ही एडवाइजरी कमेटी बनी हुई है. उन्होंने बताया कि बौद्ध समुदाय के लोगों ने अपनी समस्याओं से कमीशन को अवगत कराया. समुदाय के लोगों ने सरकार से मिलने वाली योजनाओं का लाभ लेने में भी रुचि दिखाई और ये भी जाना कि अल्पसंख्यक समुदाय से जुड़ा होने के नाते कमीशन उनके लिए क्या कर सकता है.

सरकारी स्कीम्स की जानकारी ली
कमीशन में बौद्ध समुदाय के लोगों को बताया गया कि कैसे वो जागरूकता से सरकार से मिलने वाली स्कीम्स का लाभ उठा सकते हैं. उन्होंने लोन लेने के बारे में, अपने बच्चों को शिक्षा ग्रहण कराने में सरकार से मिलने वाली स्कॉलरशिप, फीस वापसी, समेत बहुत सी स्कीम के बारे में विस्तार से जानकारी ली.

'अपने अधिकारों से थे बेखबर'
ईटीवी भारत से बात करते हुए चेयरमैन डॉ.जफरुल इस्लाम खान ने कहा कि सबसे बड़ी दिक्कत ये थी कि बौद्ध समुदाय के लोगों को सरकारी स्कीम के बारे में कोई जानकारी ही नहीं थी. इतने समय से दिल्ली में रहने के बावजूद बौद्ध समुदाय के लोग इन सब चीजों से बेखबर थे और अपने अधिकारों के बारे में भी कुछ नहीं जानते थे. अब ये लोग इन योजनाओं का लाभ लेने में रुचि दिखा रहे हैं.

'कमीशन भेजेगा टीम'
इस मौके पर कमीशन के सिख सदस्य सरदार करतार सिंह कोचर ने बताया कि सुलेमान नगर से आने वाले बौद्ध समुदाय के लोगों को बताया गया कि कैसे वो केंद्र और दिल्ली सरकार की अल्पसंख्यक समुदाय के उत्थान के लिए बनाई गई योजनाओं का लाभ उठा सकते हैं. उन्होंने बताया कि कमीशन आने वाले समय में अपनी टीम को उनके पास भेजेंगे ताकि बौद्ध समुदाय के अधिकारों को उन तक पहुंचाया जा सके. अधिकारियों का कहना है कि कमीशन को भी अंदाजा नहीं था कि दिल्ली में रहने वाले बौद्ध समुदाय को भी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. हैरत तो यह है कि इस समुदाय को सरकारी योजनाओं में बारे में भी कोई जानकारी नहीं थी. ऐसे में इन लोगों का कमीशन तक पहुंचना कहीं ना कहीं ये संकेत भी देता है कि आने वाले समय मे इस समुदाय में लोग भी जागरूक होकर सरकारी स्कीम का लाभ उठा सकेंगे.

नई दिल्ली: अमन विहार के सुलेमान नगर इलाके में पिछले 25-30 सालों से रहने वाले बौद्ध समुदाय से जुड़े दर्जनों लोगों ने दिल्ली माइनॉरिटी कमीशन के ऑफिस पहुंचकर कमीशन के चेयरमैन से मुलाकात की. साथ ही दिल्ली सरकार से अल्पसंख्यक समुदाय को मिलने वाली योजनाओं को जाना और अपनी समस्याएं उनके सामने रखी.

माइनॉरिटी कमीशन ऑफिस पहुंचे बौद्ध समुदाय के लोग

इस दौरान कमीशन के पदाधिकारियों ने बौद्ध समुदाय के लोगों की समस्याओं को सुना. साथ ही उन्हें अल्पसंख्यक वर्ग में शामिल होने पर दिल्ली सरकार से मिलने वाली योजनाओं के बारे में भी विस्तार से बताया.

'कमीशन आगे बढ़कर समस्या का समाधान करेगा'
कमीशन के चेयरमैन डॉ.जफरुल इस्लाम खान ने बौद्ध समुदाय से जुड़े लोगों को पूरी तरह से आश्वस्त किया कि कमीशन दिल्ली में रहने वाले अल्पसंख्यकों के अधिकारों की पूरी तरह से रक्षा करने को तत्पर है. उन्हें मिलने वाली सरकारी योजनाओं का लाभ लेने में होने वाली किसी भी समस्या का समाधान कमीशन आगे बढ़कर करेगा.

बौद्ध समुदाय के लिए एडवाइजरी कमेटी
इस दौरान कमीशन के चेयरमैन ने उन्हें बताया कि कमीशन में बौद्ध समुदाय के लिए पहले से ही एडवाइजरी कमेटी बनी हुई है. उन्होंने बताया कि बौद्ध समुदाय के लोगों ने अपनी समस्याओं से कमीशन को अवगत कराया. समुदाय के लोगों ने सरकार से मिलने वाली योजनाओं का लाभ लेने में भी रुचि दिखाई और ये भी जाना कि अल्पसंख्यक समुदाय से जुड़ा होने के नाते कमीशन उनके लिए क्या कर सकता है.

सरकारी स्कीम्स की जानकारी ली
कमीशन में बौद्ध समुदाय के लोगों को बताया गया कि कैसे वो जागरूकता से सरकार से मिलने वाली स्कीम्स का लाभ उठा सकते हैं. उन्होंने लोन लेने के बारे में, अपने बच्चों को शिक्षा ग्रहण कराने में सरकार से मिलने वाली स्कॉलरशिप, फीस वापसी, समेत बहुत सी स्कीम के बारे में विस्तार से जानकारी ली.

'अपने अधिकारों से थे बेखबर'
ईटीवी भारत से बात करते हुए चेयरमैन डॉ.जफरुल इस्लाम खान ने कहा कि सबसे बड़ी दिक्कत ये थी कि बौद्ध समुदाय के लोगों को सरकारी स्कीम के बारे में कोई जानकारी ही नहीं थी. इतने समय से दिल्ली में रहने के बावजूद बौद्ध समुदाय के लोग इन सब चीजों से बेखबर थे और अपने अधिकारों के बारे में भी कुछ नहीं जानते थे. अब ये लोग इन योजनाओं का लाभ लेने में रुचि दिखा रहे हैं.

'कमीशन भेजेगा टीम'
इस मौके पर कमीशन के सिख सदस्य सरदार करतार सिंह कोचर ने बताया कि सुलेमान नगर से आने वाले बौद्ध समुदाय के लोगों को बताया गया कि कैसे वो केंद्र और दिल्ली सरकार की अल्पसंख्यक समुदाय के उत्थान के लिए बनाई गई योजनाओं का लाभ उठा सकते हैं. उन्होंने बताया कि कमीशन आने वाले समय में अपनी टीम को उनके पास भेजेंगे ताकि बौद्ध समुदाय के अधिकारों को उन तक पहुंचाया जा सके. अधिकारियों का कहना है कि कमीशन को भी अंदाजा नहीं था कि दिल्ली में रहने वाले बौद्ध समुदाय को भी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. हैरत तो यह है कि इस समुदाय को सरकारी योजनाओं में बारे में भी कोई जानकारी नहीं थी. ऐसे में इन लोगों का कमीशन तक पहुंचना कहीं ना कहीं ये संकेत भी देता है कि आने वाले समय मे इस समुदाय में लोग भी जागरूक होकर सरकारी स्कीम का लाभ उठा सकेंगे.

Intro:दिल्ली सरकार से अल्पसंख्यक समुदाय को मिलने वाली योजनाओं का लाभ उठाने के लिए सालों से दिल्ली में रह रहे बौद्ध समुदाय से जुड़े लोगों ने दिल्ली माइनॉरिटी कमीशन का रुख किया है, इस समुदाय से जुड़े लोगों ने न केवल कमीशन जाकर वहां पदाधिकारियों से मुलाकात की बल्कि अपने अधिकारों को भी जाना. कमीशन के चेयरमैन डॉ.जफरुल इस्लाम खान ने बौद्ध समुदाय से जुड़े लोगों को पूरी तरह से आश्वस्त किया कि कमीशन दिल्ली में रहने वाले अल्पसंख्यको के अधिकारों की पूरी तरह से रक्षा करने को तत्पर है और उन्हें मिलने वाली सरकारी योजनाओं का लाभ लेने में होने वाली किसी भी समस्या का समाधान कमीशन आगे बढ़कर करेगा.


Body:अमन विहार के सुलेमान नगर इलाके में पिछले करव्वब 25 से 30 सालों से रहने वाले बौद्ध समुदाय से जुड़े दर्जनों लोगों ने दिल्ली माइनॉरिटी कमीशन के दफ्तर पहुंचकर कमीशन के चेयरमैन डॉ. जफरुल इस्लाम खान और सदस्य करतार सिंह कोचर से मुलाकात की, इस दौरान कमीशन के पदाधिकारियों ने केवल बौद्ध समुदाय के लोगों की समस्याओं को सुना बल्कि उन्हें अल्पसंख्यक वर्ग में शामिल होने पर दिल्ली सरकार द्वारा मिलने वाली योजनाओं के बारे में भी विस्तार से बताया गया.
इस दौरान कमीशन के चेयरमैन ने उन्हें बताया कि कमीशन में बौद्ध समुदाय के लिए पहले से ही एडवाइजरी कमेटी बनी हुई है, उन्हें हैरत इस बात की है कि समुदाय से जुड़े लोगों को कमीशन तक पहुंचने में इतना समय लग गया. उन्होंने कहा कि कमीशन को तो ऐसा लगता था कि शायद बौद्ध समुदाय के लोग अपनी समस्याओं आए बहुत ज्यादा परेशान नहीं है, वह जिस हाल में हैं खुश हैं. पहली बार देख रहे हैं कि इस समुदाय से जुड़े लोग इतनी बड़ी संख्या में कमीशन के दफ्तर पहुंचे और अपनी समस्याओं से अवगत कराया और सरकार से मिलने वाली योजनाओं का लाभ लेने में भी रुचि दिखाई.और यह भी जाना कि अल्पसंख्यक समुदाय से जुड़ा होने के नाते कमीशन उनके लिए क्या सब कर सकता है.
कमीशन में बौद्ध समुदाय के लोगों को बताया गया कि कैसे वह जागरूकता से सरकार द्वारा मिलने वाली स्कीम्स का लाभ उठा सकते हैं. उन्हें लोन लेने के बारे में, अपने बच्चों को शिक्षा ग्रहण कराने में सरकार से मिलने वाली स्कॉलरशिप,फीस वापसी,समेत बहुत सी स्कीम के बारे में विस्तार से जानकारी ली.
बौद्ध समुदाय से जुड़े लोगों से मिलने के बाद ईटीवी भारत से बात करते हुए चेयरमैन डॉ.जफरुल इस्लाम खान ने कहा कि इतने समय से दिल्ली में रहने के बावजूद बौद्ध समुदाय के लोग इन सब चीजों से बेखबर थे, और अपने अधिकारों के बारे में भी कुछ नहीं जानते थे.अब वह इन योजनाओं का लाभ लेने में रुचि दिखा रहे हैं, उन्होंने कहा कि इस समुदाय के लोग पध्व लिखे हैं, संस्थाओं के जिम्मेदार हैं, ऐसे में उनके कमीशन से जुड़ने से इस समुदाय के लोगों को बहुत फायदा होगा. वह भी कमीशन आकर अपनी समस्याएं बताकर उनका हल आसानी से करा सकेंगे. सबसे बड़ी दिक्कत यह थी कि उन्हें सरकारी स्कीम के बारे में कोई जानकारी ही नहीं थी, और जब कुछ पता ही नहीं होगा तो भला उसका लाभ कैसे उठाया जा सकता है. उन्होंने बौद्ध समुदाय के लोगों को पूरी तरह से आश्वस्त किया कि उन्हें होने वाली किसी भी तरह की समस्या के समाधान के लिए सदैव आगे बढचकर काम करेगा, साथ ही उनके अधिकरों की रक्षा के किये जितना हो सकेगा आर्यस किया जाएगा. कमीशन में यह पहली बार हो रहा है कि हम यहां आने वालों को पम्पलेट देकर उन्हें दिल्ली सरकार द्वारा अल्पसंख्यक वर्ग को दी जाने वाली योजनाओं से अवगत करा रहे हैं.

इस मौके पर कमीशन के सिख सदस्य सरदार करतार सिंह कोचर ने बताया कि सुलेमान नगर से आने वाले बौद्ध समुदाय के लोगों को बताया गया कि माइनॉरिटी कमीशन कैसे उनके अधिकरों के लिए तत्पर खड़ा है, ऐसे में जागरूक होकर सरकारी योजनाओं का कैसे समुदाय के लोग लाभ उठा सकते हैं.उन्हें यह भी बताया गया कि कैसे वह केंद्र और दिल्ली सरकार द्वारा अल्पसंख्यक समुदाय के उत्थान के लिए बनाई गई योजनाओं का लाभ उठा सकते हैं. उन्होंने बताया कि कमीशन आने वाले समय में अपनी टीम को उनके पास भेजेंगे ताकि बौद्ध समुदाय के अधिकारों को उनतक पहुंचाया जा सके.



Conclusion:दिल्ली में बौद्ध समुदाय बेहद कम संख्या में है, और जो इस समुदाय से जुड़े लोग हैं भी तो वह बेहद खामोशी से रहते हुए ऊना जीवन यापन करते हैं, ऐसे में कमीशन को भी अंदाजा नहीं था कि दिल्ली में रहने वाले बौद्ध समुदाय को भी कैसे परेशानियों का सामना करना पड़ता है, हैरत तो यह है कि इस समुदाय को सरकारी योजनाओं में बारे में भी कोई जानकारी नहीं थी, ऐसे में इन लोगों का कमीशन तक पहुंचना कहीं न कहीं यह संकेत भी देता है कि आने वाले समय मे इस समुदाय में लोग भी जागरूक होकर सरकारी स्कीम का लाभ उठा सकेंगे.


बाईट 1
डॉ.जफरुल इस्लाम खान
चेयरमैन, माइनॉरिटी कमीशन, दिल्ली

बाईट 2
सरदार करतार सिंह कोचर
मेंबर, माइनॉरिटी कमीशन
Last Updated : Nov 7, 2019, 11:36 PM IST
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