नई दिल्ली: उत्तर पूर्वी दिल्ली के न्यू सीलमपुर इलाके में स्थित बाग महिला पंचायत के कार्यालय में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया गया. पंचायत सदस्यों के साथ ही स्थानीय महिलाओं को इकट्ठा करके महिलाओं के खिलाफ होने वाले अत्याचारों के बारे में बताते हुए महिला अधिकारों के प्रति जागरूक किया गया.
इस मौके पर महिलाओं को संबोधित करते हुए महिला पंचायत की लीगल मेंबर खुशबू ने बताया कि आज वह दौर नहीं है कि महिला खुद पर होने वाले अत्याचारों को घर में कैद होकर सहती रहे. आज महिलाओं को अधिकारों के प्रति जागरूक रहते हुए खुद को सशक्त बनाना ही होगा. आज कोई भी ऐसा क्षेत्र नहीं है जहां महिलाएं पहुंचकर अपना झंडा गाड़ रही हों.
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उन्होंने कहा कि यह जरूरी नहीं है कि महिला दिवस कोई न कोई कार्यक्रम आयोजित करके ही मनाया जाए, बल्कि महिलाओं को जागरूक करते हुए हर उन्हें अपने खिलाफ होने वाले अत्याचार के विरुद्ध आवाज उठाने के लिए मजबूत बनाना भी बेहद जरूरी है.
इस मौके पर रमनेश ठाकुर ने कहा है महिला दिवस महिलाओं की आजादी का दिन है. महिलाओं को जुल्म के खिलाफ उठना ही होगा, तभी वह खुद को सशक्त बना सकती हैं. इस मौके पर महिलाओं को बताया गया कि किस तरह से महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराध को रोकने के लिए कानून कितने मजबूत हो गए हैं बस जरूरत है इन्हें लेकर जागरूक रहने की.
आपबीती भी महिला पंचायत को बताई
इस मौके पर मौजूद कुछ महिलाओं ने अपनी आपबीती भी महिला पंचायत के सामने बताई और बताया कि कैसे पंचायत के हस्तक्षेप के बाद उन्होंने जुल्म के खिलाफ अपनी आवाज उठाई और आज वह इज्जत के साथ अपने परिवारों के साथ यह रही हैं.