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टिकट बिक्री मामले के आरोपियों के साथ मेरा कोई संबंध नहीं : अखिलेश पति त्रिपाठी - विधायक अखिलेश पति त्रिपाठी

दिल्ली नगर निगम चुनाव में टिकट बिक्री मामले में एसीबी ने बुधवार को विधायक अखिलेश पति त्रिपाठी को पूछताछ के लिए नोटिस भेजा था. एसीबी ने त्रिपाठी के साले और पीए समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया था. एसीबी के सामने पूछताछ में विधायक अखिलेश पति त्रिपाठी का दावा है कि गिरफ्तार तीनों लोगों से उनके कोई पारिवारिक संबंध नहीं हैं.

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दिल्ली नगर निगम चुनाव में टिकट बिक्री मामले
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Published : Nov 17, 2022, 9:03 PM IST

नई दिल्ली : एंटी करप्शन ब्रांच ने दिल्ली नगर निगम चुनाव के टिकट बिक्री मामले में फंसे विधायक अखिलेश पति त्रिपाठी के साले और पीए सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. आरोप है कि तीनों ने निगम चुनाव में एक महिला से पार्षद टिकट दिलाने के नाम पर 90 लाख रुपये मांगे गए थे. मामले में कार्रवाई करते हुए एसीबी ने दोनों विधायक अखिलेश पति त्रिपाठी और पूर्व विधायक राजेश गुप्ता को पूछताछ के लिए बुलाया है. एसीबी को पूछताछ में विधायक अखिलेश पति त्रिपाठी ने बताया कि आरोपियों से उनका कोई नाता नहीं है.

दिल्ली नगर निगम चुनाव में टिकट बिक्री मामले में एसीबी ने बुधवार को त्रिपाठी को पूछताछ के लिए नोटिस भेजा था. बुधवार को एसीबी ने त्रिपाठी के साले और पीए समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया था. एसीबी के सामने पूछताछ में विधायक अखिलेश पति त्रिपाठी का दावा है कि गिरफ्तार तीनों लोगों से उनका कोई पारिवारिक संबंध नहीं हैं. उनकी पत्नी का टाइटल पांडेय है और आरोपी का नाम भी पांडेय है, जिससे जोड़कर आरोपी की उनका रिश्तेदार बताया गया है. आरोप है कि तीनों ने चुनाव में एक महिला से पार्षद टिकट दिलाने के नाम पर 90 लाख रुपए थे.

गिरफ्तार किए गए आरोपियों में मॉडल टाउन से AAP विधायक अखिलेशपति त्रिपाठी का साला ओम सिंह, पीए विशाल पांडेय और एक अन्य आरोपी प्रिंस रघुवंशी शामिल हैं. दरअसल, कमला नगर के वार्ड नम्बर 69 से आप कार्यकर्ता शोभा खारी ने पार्षद के लिए टिकट की मांग की थी. शोभा के पति गोपाल खारी का आरोप है कि MLA अखिलेश त्रिपाठी ने टिकट दिलाने के बदले 90 लाख रुपये की मांग की थी. इसकी एवज में शिकायतकर्ता ने उसने 35 लाख रुपये अखिलेश त्रिपाठी और 20 लाख रुपये वजीरपुर MLA राजेश गुप्ता को बतौर रिश्वत दिए थे.

ये भी पढ़ें : टिकट बेचने के आरोप में AAP MLA अखिलेश पति त्रिपाठी का साला और पीए गिरफ्तार

शिकायतकर्ता का आरोप है कि तय डील के मुताबिक बचे हुए 35 लाख रुपये लिस्ट में नाम आने के बाद देने थे. लिस्ट जारी होने के बाद जब सूची में शोभा का नाम नहीं आया तो उन्होंने इस बात की शिकायत विधायक त्रिपाठी के साले ओमसिंह से की. उसने पैसे वापस करने की बात कही, शिकायतकर्ता ने बाद में इसकी शिकायत ACB से की और साक्ष्य के तौर पर रिश्वत देते समय रिकॉर्ड किया वीडियो भी मुहैया करवाया गया.

वहीं विधायक त्रिपाठी का दावा है कि गिरफ्तार तीनों लोगों से उनके कोई पारिवारिक संबंध नहीं हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि शिकायतकर्ता गोपाल खारी का पुराना आपराधिक बैकग्राउंड का है. उसने पहले भी लोगों को झूठे रेप के मामलों में फंसाने की कोशिश की है. उन्होंने कहा कि खारी इलाके में गुंडागर्दी के लिए जाने जाते हैं. मामले में गोपाल खारी ने पलटवार करते हुए कहा कि अखिलेश पति त्रिपाठी के खिलाफ आरोपों को लेकर मेरे पास और भी सबूत हैं. जिन्हें मैं जल्द एसीबी को दूंगा, मुझे धमकियां मिल रही हैं इसमें 3-4 विधायक शामिल हैं. जिनके नाम भी जल्द सामने आएंगे.

ये भी पढ़ें : दिल्ली एसीबी के दफ्तर पहुंचे अखिलेश पति त्रिपाठी, बताया गोपाल खारी पर भी हैं 50 से ज्यादा मामले दर्ज

नई दिल्ली : एंटी करप्शन ब्रांच ने दिल्ली नगर निगम चुनाव के टिकट बिक्री मामले में फंसे विधायक अखिलेश पति त्रिपाठी के साले और पीए सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. आरोप है कि तीनों ने निगम चुनाव में एक महिला से पार्षद टिकट दिलाने के नाम पर 90 लाख रुपये मांगे गए थे. मामले में कार्रवाई करते हुए एसीबी ने दोनों विधायक अखिलेश पति त्रिपाठी और पूर्व विधायक राजेश गुप्ता को पूछताछ के लिए बुलाया है. एसीबी को पूछताछ में विधायक अखिलेश पति त्रिपाठी ने बताया कि आरोपियों से उनका कोई नाता नहीं है.

दिल्ली नगर निगम चुनाव में टिकट बिक्री मामले में एसीबी ने बुधवार को त्रिपाठी को पूछताछ के लिए नोटिस भेजा था. बुधवार को एसीबी ने त्रिपाठी के साले और पीए समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया था. एसीबी के सामने पूछताछ में विधायक अखिलेश पति त्रिपाठी का दावा है कि गिरफ्तार तीनों लोगों से उनका कोई पारिवारिक संबंध नहीं हैं. उनकी पत्नी का टाइटल पांडेय है और आरोपी का नाम भी पांडेय है, जिससे जोड़कर आरोपी की उनका रिश्तेदार बताया गया है. आरोप है कि तीनों ने चुनाव में एक महिला से पार्षद टिकट दिलाने के नाम पर 90 लाख रुपए थे.

गिरफ्तार किए गए आरोपियों में मॉडल टाउन से AAP विधायक अखिलेशपति त्रिपाठी का साला ओम सिंह, पीए विशाल पांडेय और एक अन्य आरोपी प्रिंस रघुवंशी शामिल हैं. दरअसल, कमला नगर के वार्ड नम्बर 69 से आप कार्यकर्ता शोभा खारी ने पार्षद के लिए टिकट की मांग की थी. शोभा के पति गोपाल खारी का आरोप है कि MLA अखिलेश त्रिपाठी ने टिकट दिलाने के बदले 90 लाख रुपये की मांग की थी. इसकी एवज में शिकायतकर्ता ने उसने 35 लाख रुपये अखिलेश त्रिपाठी और 20 लाख रुपये वजीरपुर MLA राजेश गुप्ता को बतौर रिश्वत दिए थे.

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शिकायतकर्ता का आरोप है कि तय डील के मुताबिक बचे हुए 35 लाख रुपये लिस्ट में नाम आने के बाद देने थे. लिस्ट जारी होने के बाद जब सूची में शोभा का नाम नहीं आया तो उन्होंने इस बात की शिकायत विधायक त्रिपाठी के साले ओमसिंह से की. उसने पैसे वापस करने की बात कही, शिकायतकर्ता ने बाद में इसकी शिकायत ACB से की और साक्ष्य के तौर पर रिश्वत देते समय रिकॉर्ड किया वीडियो भी मुहैया करवाया गया.

वहीं विधायक त्रिपाठी का दावा है कि गिरफ्तार तीनों लोगों से उनके कोई पारिवारिक संबंध नहीं हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि शिकायतकर्ता गोपाल खारी का पुराना आपराधिक बैकग्राउंड का है. उसने पहले भी लोगों को झूठे रेप के मामलों में फंसाने की कोशिश की है. उन्होंने कहा कि खारी इलाके में गुंडागर्दी के लिए जाने जाते हैं. मामले में गोपाल खारी ने पलटवार करते हुए कहा कि अखिलेश पति त्रिपाठी के खिलाफ आरोपों को लेकर मेरे पास और भी सबूत हैं. जिन्हें मैं जल्द एसीबी को दूंगा, मुझे धमकियां मिल रही हैं इसमें 3-4 विधायक शामिल हैं. जिनके नाम भी जल्द सामने आएंगे.

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