नई दिल्ली: केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) पराक्रम एवं प्रतिबद्धता से देश की सेवा कर रहा है. गुरुवार को सीजीओ कांप्लेक्स में सीआरपीएफ की 82वीं वार्षिक प्रेस वार्ता के अनुसार, सीआरपीएफ के नये महानिदेशक कुलदीप सिंह ने कहा कि जम्मू व कश्मीर में सीआरपीएफ ने जम्मू-कश्मीर पुलिस और भारतीय सेना के साथ समन्वय स्थापित कर कार्य करते हुए वर्ष 2020 में 215 आतंकवादियों को ढेर किया था. पश्चिमी बंगाल में होने वाले आगामी चुनावों में सुरक्षा व्यवस्था को चाक चौबंद बनाए रखने के लिए केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की कुल 725 कंपनियां तैनात की जाएंगी. हालांकि चरणबद्ध होने वाले चुनाव की सिलसिलेवार तैनाती की विस्तृत जानकारी जुटाई जा रही है.
- मारे गए आतंकवादी - 226
- पकड़े गए आतंकवादी - 296
- आतंकवादियों ने आत्मसमर्पण किया - 08
- इतने हुए हथियार बरामद - 378
- इतनी आई ई.डी. हुई बरामद - 41
- मुठभेड़ व हमले - 275
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LWE पर भी CRPF ने कसी नकेल
वामपंथी उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों में माओवादी हिंसा के मामलों में काफी कमी आई है. सीआरपीएफ के महानिदेशक कुलदीप सिंह ने बताया कि लगातार अभियानों और मारक क्षमता से माओवादियों को कम जगह में रोक कर उनकी गतिविधियों को सीमित कर दिया गया है. बल ने माओवादियों के गढ़ कहलाए जाने वाले क्षेत्रों में काफी आगे तक प्रवेश कर लिया है और इन क्षेत्रों में अपनी पहुंच तथा परिचालनिक प्रभावकारिता को बढ़ाने के लिए 18 फारवर्ड आपरेटिग बेस भी स्थापित किए हैं.
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इससे खुफिया सूचनाओं के आधार पर ऑपरेशनों में तेजी आई है और आवश्यकता पड़ने पर तुरंत कार्रवाई करने में बल सक्षम हुआ है. महानिदेशक के अनुसार, हिरासत और आत्मसमर्पण करने वालों की संख्या में काफी वृद्धि हुई है. बात करें अगर वर्ष 2020 की तो 569 और 2021 में 141 माओवादी पकड़े गए वहीं 2020 में 340 और 2021 में 108 माओवादियों ने हिंसा के मार्ग को छोड़कर आत्मसर्पण किया है. 2020 में 32 और 2021 में 05 माओवादियों मार गिराए गए हैं. दो दिन पहले, 16 मार्च को, 205 कोबरा और बिहार पुलिस ने बिहार के गया जिले में 4 माओवादियों को मार गिराया था. इनमें 10 लाखा का ईनामी मगध जोनल कमांडर अमरेश सिंह भोक्ता और तीन उप जोनल कमांडर शिवपूजन यादव, सीता भुइयां और उदय पासवान शामिल थे.
- मारे गए माओवादी 37
- पकड़े गए माओवादी 710
- आत्मसमर्पित माओवादी 448
- हथियार बरामद 242
- आईईडी बरामद 710
- मुठभेड़ 77
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तैनात की जाएंगी सीआरपीएफ की 725 कंपनियां
पश्चिमी बंगाल में होने वाले आगामी चुनावों में सुरक्षा व्यवस्था को चाक चौबंद बनाए रखने के लिए केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की कुल 725 कंपनियां तैनात की जाएंगी, राज्य में होने वाले चुनावों में फेजवार तैनाती की विस्तृत जानकारी जुटाई जा रही है. हालांकि चुनावों के दौरान सीआरपीएफ के सामने आने वाली चुनौतियों पर बल महानिदेशक कुलदीप सिंह ने कहा कि निर्वाचन प्रक्रिया के लिए चुनाव आयोग के दिशा निर्देशों के अनुसार स्टेट अथार्टी के साथ तालमेल बनाकर सपोर्ट और तैनाती की जाती है.
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चुनाव में किसी भी तरह गड़बड़ी होने की संभावनाओं के लिए राज्य स्तर पर इंटेलिजेंस इनपुट को ध्यान में रखकर काम किया जाता है. बंगाल में होने वाले चुनावों में कुल 725 कम्पनियां तैनात की जाएंगी, एक कंपनी में ड्राईवर कुक आदी को हटाकर ऑपरेशन के लिए 72 जवान शामिल जाते हैं.
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एक अन्य सवाल के जवाब में महानिदेशक सीआरपीएफ ने बताया कि मौजूदा समय में बल की तरफ से कुल पांच लोगों को जेड और पांच अन्य को वाई प्लस श्रेणी की सुरक्षा प्रदान कराई जा रही है.किसी भी तरह की अति विशिष्ट लोगों को दी जाने वाली सुरक्षा के एक सवाल पर उन्होंने कहा कि इस तरह के मामलों में आवेदन मिलने के बाद किसी भी तरह की कोई देरी किए बिना त्वरित कार्रवाई करते हुए तुरंत ही सम्बन्धित श्रेणी की सुरक्षा व्यवस्था का इंतजाम कर दिया जाता है.