नई दिल्लीः दिल्ली के बुराड़ी ग्राउंड में कोरोना महामारी के कारण दो साल लंबे इंतजार के बाद 811वें उर्स कैंप का आयोजन किया जा रहा है. उर्स कैंप का आयोजन 15 जनवरी से लेकर 5 फरवरी तक होगा. उर्स कैम्प में देश के अलग-अलग राज्यों से 80,000 से ज्यादा लोग शामिल होंगे, जिनके लिए दिल्ली सरकार की ओर से सभी सुविधाएं मुहैया कराई गई है.
उर्स कमेटी के चेयरमैन एफ आई इस्माइल ने बताया कि बीते दो सालों में कोरोना महामारी की वजह से उर्स कैंप का आयोजन नहीं किया जा सका. इसबार 811वें उर्स कैंप का आयोजन बुराड़ी ग्राउंड में किया जा रहा है, जिसके लिए दिल्ली सरकार की ओर से पूरा सहयोग मिल रहा है. दिल्ली सरकार ने उर्स कैंप में आने वाले लोगों के लिए टेंट, चिकित्सा, पीने के पानी, खाना बनाने के लिए गैस और बसों आदि की व्यवस्था करते हुए पूरी तरह से सुविधाएं मुहैया कराई है, जिससे लोगों को किसी प्रकार की समस्या का सामना ना करना पड़े.
बुराड़ी ग्राउंड में देश के अलग अलग राज्यों जैसे पश्चिम बंगाल, उड़ीसा, झारखंड, बिहार, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, उत्तराखंड, असम और पंजाब आदि से 80000 यात्री उर्स कैम्प में शिरकत करेंगे, जिनके लिए उर्स कमेटी की ओर से अस्पताल, रसोई, दवाइयों, पुलिस और सिविल डिफेंस के साथ-साथ सिक्योरिटी की व्यवस्था भी कराई गई है, ताकि लोगों को किसी प्रकार की परेशानी ना हो. 21 तारीख को उर्स कैंप के उद्घाटन में दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष रामनिवास गोयल और खाद्य मंत्री इमरान हुसैन भी शामिल होंगे.
उर्स कैंप में शामिल होने वाले लोगों की सुविधा को देखते हुए दिल्ली सरकार की ओर से खाना बनाने के लिए गैस की व्यवस्था कराई गई है. पहले मिट्टी के तेल से जलाए जाने वाले स्टोव का प्रयोग किया जाता था, जिससे हादसे होते थे. इस बार यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए दिल्ली सरकार की ओर से पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. उर्स यात्री दिल्ली के अलग-अलग तीन मजारों निजामुद्दीन दरगाह और महरौली दरगाह पर दर्शन करेंगे. उनके लिए दिल्ली सरकार की ओर से बस की सुविधा भी दी गई है.
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