नई दिल्लीः दिल्ली के तिमारपुर, बुराड़ी, योगराज कॉलोनी और मुखर्जी नगर सहित कई इलाकों में सड़कों और बस शेल्टर जर्जर हालत में है. इससे सवारियों को बस पकड़ने के लिए घंटों धूप में खड़ा रहना पड़ता है. दिल्ली सरकार का इस ओर कोई ध्यान नहीं है. इलाके के लोग सरकार से मांग कर रहे हैं कि सरकार और स्थानीय विधायक टूटे बस शेल्टरों पर ध्यान दें नही तो कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है.
लोगों ने बताया कि तिमारपुर इलाके का बस शेल्टर कई सालों से टूट हुआ है. विधायक सुरेंदर पाल सिंह (बिट्टू), पंकज पुष्कर के बाद दलीप पांडेय विधायक बने हैं, लेकिन पिछले 12 सालों में बस शेल्टरों के हालात नहीं सुधरे हैं. वहीं, बुराड़ी इलाके में एक भी बस शेल्टर नहीं है. ऐसी ही हालात दिल्ली देहात के इलाके बवाना, नरेला, बख्तावरपुर, हिरनकी व जिन्दपुर के बस शेल्टरों के हैं.
लोगों का आरोप है कि स्थानीय जनप्रतिनिधि समस्या पर ध्यान नहीं दे रहे हैं. वहीं, बुराड़ी विधायक ने बताया कि इलाके में 14 नए बस शेल्टर लगाए जाएंगे. सरकार को कई बार लिखित में दिया है. अभी बजट पास नहीं हुआ है. लोगों का कहना है कि विधायक तीसरी बार चुनकर आए हैं, उसके बावजूद इलाके में एक भी बस शेल्टर नहीं लगाया गया है. कई बार परिवहन विभाग और मुख्यमंत्री तक से पत्राचार कर किया जा चुका है. उसके बावजूद एक ही बस शेल्टर नहीं लगाया जा रहा है. पहले यहां पर टूटे हुए हालात में जर्जर बसेल्टन खड़े थे, जिनसे कभी भी हादसा होने का डर बना रहता था. उन्हें हटाने के बाद नया बस शेल्टर नहीं लगाया गया है.