नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस अपने कारनामों की वजह से आये दिन सुर्खियों में बनी रहती है. इस बार मामला गंभीर है. पुलिस हिरासत में सूरज प्रकाश की पिटाई के बाद मौत के मामले ने तूल पकड़ लिया है. मृतक के परिजनों का आरोप है कि 26 नवंबर को पुलिस की पिटाई की वजह से पुलिस हिरासत में ही सूरज की मौत हो गई. बुधवार शाम पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया गया. जिसके बाद परिजनों के साथ स्थानीय लोगों ने शव के साथ नारेबाजी करते हुए दोषी पुलिस कर्मियों पर मुकदमा दर्ज करने की मांग की.
पुलिस बल की मौजूदगी में दाह संस्कार : जैसे ही सूरज का शव मजलिस पार्क आया पूरा मोहल्ला एकत्रित हो गया. सभी की आंखें नम थीं. किसी अनहोनी की आशंका के चलते पुलिस बल चौकन्ना थी. दाह संस्कार से पहले इलाके में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात थी. भारी पुलिस बल की मौजूदगी में मृतक सूरज का दाह संस्कार किया गया.
गौरतलब है कि इस मामले में अब तक पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई है. पुलिस के आलाधिकारी पूरे मामले को संदिग्ध मानते हुए जांच की बात कह रहे हैं और उनका कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी.
सूरज की हिरासत में मौत: परिजनों का कहना है कि सूर्य प्रकाश 26 नवंबर की शाम अपने घर लौट रहा था. वहीं रोड के पास दो लोगों का झगड़ा हो गया था, जिसको देखने के लिए सूर्य प्रकाश भी रोड के किनारे रुक गया. पुलिसकर्मियों द्वारा लोगों को वहां से हटाने के लिए लोगों की पिटाई शुरू की गई, जिसका सूर्य प्रकाश ने विरोध किया. सूर्य प्रकाश को भी पुलिसकर्मियों ने डंडा मारा था.
पुलिसकर्मी मारपीट करते रहे तो सूर्य प्रकाश अपने मोबाइल से वीडियो बनाने लगा. इस बात से पुलिसकर्मी आग बबूला हो गए और उसको पकड़ के आदर्श नगर थाने ले आए. वहां पर भी पुलिसकर्मियों द्वारा सूर्य प्रकाश के साथ मारपीट की गई. परिजनों का यह भी आरोप है कि सूर्य प्रकाश को आदर्श नगर थाने लेकर जाने वाले पुलिसकर्मी शराब के नशे में थे. सोमवार सुबह परिजनों को जानकारी मिली कि सूर्य प्रकाश की आदर्श नगर थाने में पुलिस कस्टडी में ही मौत हो गई है.
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