नई दिल्ली: 12वीं पास करने के बाद डीयू में पढ़ना और अच्छे कॉलेज में दाखिला लेना हर स्टूडेंट का सपना होता है, लेकिन बहुत से ऐसे स्टूडेंट है जो अपने इस सपने को पूरा नहीं कर पाते. इसके पीछे कई सारे वजह हो सकती है. चाहे वो कम मार्क्स हो या फिर कम सीट होना. लेकिन इस बार दिल्ली यूनिवर्सिटी में वो छात्र भी एडमिशन पा सकते हैं जिनके 40% नंबर है.
अक्सर उन छात्रों के हाथ निराशा लगती है जिनके 12वीं की परीक्षा में कम अंक आते हैं. वहीं इस सत्र में डीयू प्रशासन ने इन छात्रों को भी दिल्ली विश्वविद्यालय में दाखिला लेने का एक सुनहरा मौका दिया है.
बता दें कि जिन छात्रों के 12वीं में 40फीसदी अंक हैं, और वो मुख्य विषय में दाखिला नहीं ले सकते तो उनके लिए विकल्प के तौर डीयू ने वोकेशनल कोर्सेज उपलब्ध कराए हैं.
इन वोकेशनल कोर्सेज में दाखिला लेकर छात्र डीयू में पढ़ने के अपने सपने को साकार कर सकेंगे
DU ने उन छात्रों के लिए वोकेशनल कोर्सेज की सुविधा उपलब्ध कराई है जिनके 12वीं में 40% नंबर आए हैं. बता दें कि इस सत्र में उन छात्रों की संख्या अधिक है जिन्होंने 12वीं की परीक्षा में 90% अंक का आंकड़ा पार किया है. इससे ये अटकलें लगाई जा रही हैं कि डीयू के सभी मुख्य विषयों की कटऑफ हाई जाएगी.
ऐसे छात्रों को ध्यान में रखते हुए डीयू प्रशासन ने कम अंक प्राप्त करने वाले छात्रों को भी डीयू में पढ़ने का एक सुनहरा मौका दिया है और इन छात्रों के लिए अलग-अलग तरह के वोकेशनल कोर्सेज उपलब्ध कराए हैं.
इन कोर्सेस में ले सकते हैं दाखिला
बता दें कि बीए वोकेशनल रिटेल मैनेजमेंट एंड आईटी कोर्स में दाखिले के लिए छात्रों को 40% अंक चाहिए होंगे. वहीं अंग्रेजी या हिंदी व तीन वोकेशनल विषयों सहित सूची बी में शामिल सभी विषयों में छात्रों के 40 फ़ीसदी से ऊपर अंक होने चाहिए.
वहीं बीए वोकेशनल बैंकिंग ऑपरेशन में दाखिले के लिए छात्रों के 40% अंक होने चाहिए. इसके अलावा इंग्लिश या हिंदी व तीन विषय इसके अलावा फाइनेंशियल अकाउंटिंग, एलिमेंट्स आफ कॉस्ट अकाउंटेंसी एंड ऑडिटिंग, लीडिंग ऑपरेशन मैनेजमेंट ऑफ बैंक ऑफिस, प्रिंसिपल प्रैक्टिस ऑफ लाइफ इंश्योरेंस, कंप्यूटर एंड लाइफ इंश्योरेंस एडमिनिस्ट्रेशन, बिज़नेस प्रोसेस आउटसोर्सिंग स्किल्स और लिस्ट बी में शामिल विषयों में छात्रों के 40 फीसदी से अधिक अंक होने चाहिए.
अगर वोकेशनल का कोई विषय छात्र ने नहीं पढ़ा हो तो उसके कुल अंकों में से दो फीसदी की कटौती कर ली जाएगी.