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नॉर्थ MCD के 38 अधिकारी हुए जबरन रिटायर, LG के फैसले के साथ दिखे जयप्रकाश

उपराज्यपाल के आदेशों के बाद दिल्ली से 108 अधिकारियों को जबरन रिटायर कर दिया गया है. इनमें सबसे ज्यादा 38 अधिकारी उत्तरी दिल्ली नगर निगम से हटाए गए. इस पर नॉर्थ एमसीडी की स्टैंडिंग कमेटी के चेयरमैन बोले कि यह एक लंबी प्रक्रिया थी. जो पिछले 4 महीने से चल रही है.

नॉर्थ MCD 38 अधिकारी रिटायर
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Published : Nov 3, 2019, 6:31 PM IST

नई दिल्ली: हाल ही में उपराज्यपाल अनिल बैजल ने दिल्ली से 108 भ्रष्ट अधिकारियों को हटाने के आदेश पारित किए थे. जिसके बाद दिल्ली की सभी सिविक एजेंसियों में हड़कंप मच गया है. बता दें कि उत्तरी दिल्ली नगर निगम में भी 38 वरिष्ठ अधिकारियों को एकाएक उपराज्यपाल के आदेशों के बाद 56 J के तहत रिटायर कर दिया गया है.

नॉर्थ MCD के 38 अधिकारियों को किया गया रिटायर

'4 महीने से चल रही है प्रक्रिया'
इस पूरे मामले पर ईटीवी भारत की टीम ने उत्तरी दिल्ली नगर निगम के स्टैंडिंग कमेटी के चेयरमैन जयप्रकाश से बातचीत की. उन्होंने कहा यह एक लंबी प्रक्रिया थी. जो पिछले 4 महीने से चल रही है, जिसके बाद कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर आदेश दिए गए है. जाहिर है कमेटी की रिपोर्ट भी कुछ ना कुछ तथ्यों पर आधारित रही होगी, जिसके बाद उपराज्यपाल इस तरह के आदेश जारी किए हैं.

'भ्रष्टाचार में लिप्त थे अधिकारी'
उनका कहना है कि बीजेपी की सरकार सीधे तौर पर भ्रष्टाचार को खत्म करना चाहती है. जिसके लिए हर संभव प्रयास किये जा रहे है और अब नतीजे भी सामने आ रहे हैं. जिन अधिकारियों को हटाया गया है वो कहीं ना कहीं भ्रष्टाचार में लिप्त है. जिसकी वजह से उनके खिलाफ एक्शन लिया गया है. आने वाले समय में भी अगर अधिकारी लिप्त पाए जाते हैं उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.

'जांच के बाद सख्त एक्शन लिया जाएगा'
बहरहाल उत्तरी दिल्ली नगर निगम की बात करें तो निगम के अंदर अभी भी काफी सारे ऐसे अधिकारी है. जो ऊपर से नीचे तक पूरी तरह से भ्रष्टाचार में लिप्त हैं. जिनके बारे में सवाल करने पर जयप्रकाश ने कहा कि जैसे ही अधिकारियों के नाम सामने आएंगे उनके ऊपर जांच के बाद सख्त एक्शन लिया जाएगा, चाहे फिर वह अधिकारी कमिश्नर का करीबी हो या फिर किसी और का.

नई दिल्ली: हाल ही में उपराज्यपाल अनिल बैजल ने दिल्ली से 108 भ्रष्ट अधिकारियों को हटाने के आदेश पारित किए थे. जिसके बाद दिल्ली की सभी सिविक एजेंसियों में हड़कंप मच गया है. बता दें कि उत्तरी दिल्ली नगर निगम में भी 38 वरिष्ठ अधिकारियों को एकाएक उपराज्यपाल के आदेशों के बाद 56 J के तहत रिटायर कर दिया गया है.

नॉर्थ MCD के 38 अधिकारियों को किया गया रिटायर

'4 महीने से चल रही है प्रक्रिया'
इस पूरे मामले पर ईटीवी भारत की टीम ने उत्तरी दिल्ली नगर निगम के स्टैंडिंग कमेटी के चेयरमैन जयप्रकाश से बातचीत की. उन्होंने कहा यह एक लंबी प्रक्रिया थी. जो पिछले 4 महीने से चल रही है, जिसके बाद कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर आदेश दिए गए है. जाहिर है कमेटी की रिपोर्ट भी कुछ ना कुछ तथ्यों पर आधारित रही होगी, जिसके बाद उपराज्यपाल इस तरह के आदेश जारी किए हैं.

'भ्रष्टाचार में लिप्त थे अधिकारी'
उनका कहना है कि बीजेपी की सरकार सीधे तौर पर भ्रष्टाचार को खत्म करना चाहती है. जिसके लिए हर संभव प्रयास किये जा रहे है और अब नतीजे भी सामने आ रहे हैं. जिन अधिकारियों को हटाया गया है वो कहीं ना कहीं भ्रष्टाचार में लिप्त है. जिसकी वजह से उनके खिलाफ एक्शन लिया गया है. आने वाले समय में भी अगर अधिकारी लिप्त पाए जाते हैं उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.

'जांच के बाद सख्त एक्शन लिया जाएगा'
बहरहाल उत्तरी दिल्ली नगर निगम की बात करें तो निगम के अंदर अभी भी काफी सारे ऐसे अधिकारी है. जो ऊपर से नीचे तक पूरी तरह से भ्रष्टाचार में लिप्त हैं. जिनके बारे में सवाल करने पर जयप्रकाश ने कहा कि जैसे ही अधिकारियों के नाम सामने आएंगे उनके ऊपर जांच के बाद सख्त एक्शन लिया जाएगा, चाहे फिर वह अधिकारी कमिश्नर का करीबी हो या फिर किसी और का.

Intro:आईटीओ नई दिल्ली

उपराज्यपाल के आदेशों के बाद दिल्ली की सभी सिविक एजेंसी से हटाए गए 108 अधिकारी,सबसे ज्यादा 38 अधिकारी हटाए गए उत्तरी दिल्ली नगर निगम से, स्टैंडिंग कमेटी के चेयरमैन बोले इसलिए काफी लंबे समय से चल रही थी,कार्रवाई जिसके बाद 38 भ्रष्ट अधिकारियों को निगम ने किया रिटायर,56 J के तहत अधिकारियों को किया गया रिटायर


Body:उत्तरी दिल्ली नगर निगम के अंदर सबसे ज्यादा भ्रष्ट अधिकारी

हाल ही में दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने राजधानी दिल्ली की सभी सिविक एजेंसी से 108 भ्रष्ट अधिकारियों को हटाने के आदेश पारित किए थे.जिसके बाद दिल्ली की सभी सिविक एजेंसीज में हड़कंप मचा है.आपको बता दें उत्तरी दिल्ली नगर निगम में भी 38 वरिष्ठ अधिकारियों को एकाएक उपराज्यपाल के आदेशों के बाद 56 J के तहत रिटायर कर दिया गया है.इस पूरे मामले पर ईटीवी भारत की टीम ने उत्तरी दिल्ली नगर निगम के स्टैंडिंग कमेटी के चेयरमैन जयप्रकाश से बातचीत की तो उन्होंने कहा यह एक लंबी प्रक्रिया थी.जो पिछले 4 महीने से चल रही है, जिसके बाद कमिटी की रिपोर्ट के आधार पर आदेश दिए गए है. जाहिर है कमेटी की रिपोर्ट भी कुछ ना कुछ तथ्यों पर आधारित रही होगी, जिसके बाद उपराज्यपाल इस तरह के आदेश जारी करें हैं.भारतीय जनता पार्टी की सरकार सीधे तौर पर भ्रष्टाचार को खत्म करना चाहती है.जिसके लिए हर संभव प्रयास किये जा रहे है और अब नतीजे भी सामने आ रहे हैं. जिन अधिकारियों को हटाया गया है वह कहीं ना कहीं भ्रष्टाचार में लिप्त है.जिसकी वजह से उनके खिलाफ एक्शन लिया गया है. आने वाले समय में भी अगर अधिकारी लिप्त पाए जाते हैं उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

बहरहाल उत्तरी दिल्ली नगर निगम की बात करें तो निगम के अंदर अभी भी काफी सारे ऐसे अधिकारी है.जो ऊपर से नीचे तक पूरी तरह से भ्रष्टाचार में लिप्त हैं.जिनके बारे में सवाल करने पर जयप्रकाश ने कहा कि जैसे ही अधिकारियों के नाम सामने आएंगे उनके ऊपर जांच के बाद सख्त एक्शन लिया जाएगा, चाहे फिर वह अधिकारी कमिश्नर का करीबी हो या फिर किसी और का।


Conclusion:भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ भविष्य में भी होगी कड़ी कार्यवाही।
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