नई दिल्ली: समयपुर बादली थाना पुलिस ने लूटपाट के दाैरान चाकू मारकर नाबालिग मजदूर की हत्या मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है. दरअसल इन बदमाशों ने पैदल जा मध्यप्रदेश जा रहे एक प्रवासी मजदूर के साथ लूटपाट कर उसकी हत्या कर दी. लूट का मोबाइल खरीदने वाले युवक के सहारे पुलिस इन बदमाशों तक पहुंची. पकड़े गए आरोपियों की पहचान मोनू, अजय, दत्ता कामले और बजरंग के रूप में हुई है.
क्या है पूरा मामला
लॉकडाउन के दौरान दिल्ली से पैदल मध्य प्रदेश अपने घर जा रहे नाबालिग की इन बदमाशों ने हत्या कर मोबाइल लूट लिया. समयपुर बादली पुलिस ने लूट का मोबाइल खरीदने वाले युवक को गिरफ्तार कर हत्या में शामिल सभी बदमाशों को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया. दरअसल 11 मई को बादली रेलवे ट्रैक पर एक बॉडी मिली थी. मौके से मिले आधार को बेस बनाकर पुलिस ने अपनी जांच शुरू की. जिससे मृतक की पहचान हुई और पुलिस उसके साथियों तक पहुंची. जांच में मालूम हुआ कि नाबालिग अपने तीन दोस्तों संदीप, सूलचंद और राजबिंद के साथ नरेला इलाके में रहता था. वे सभी स्थानीय कंस्ट्रक्शन कंपनी में काम कर रहे थे, लेकिन लॉकडाउन की वजह से घर पर बैठे थे. 10 मई की रात को सभी दोस्त पैदल ही टीकमगढ़ के लिए निकले थे.
विरोध करने पर की हत्या
रात करीब 12 बजे मुकरबा चौक पर कुछ बदमाशों ने मजदूरों को घेर लिया और तीन मोबाइल और नगदी आदि लूट ली. इस दौरान मृतक और उसके साथी अपने बचाव के लिए रेलवे लाइन की तरफ भागे. जिसमें 3 लोग तो भागने में कामयाब हो गए. लेकिन एक नाबालिक को गंभीर चोटें लगी थी, जिसके चलते वह भाग नहीं पाया. और रेलवे लाइन के किनारे ही बदमाशों ने उसकी हत्या कर शव को रेलवे क्रॉसिंग के बीच में फेंक दिया.
मोबाइल के आधार पर सुलझा मामला
पुलिस ने मृतक के मोबाइल नंबर को सर्विलांस पर लगाया. जिसके आधार पर पुलिस चोरी का मोबाइल खरीदने वाले रिसीवर तक पहुंची और फिर इस पूरे मामले का खुलासा हो गया. एसआई उदय सिंह की टीम ने सर्विलांस के आधार पर गुरुवार को दत्ता कामले को मोबाइल समेत गिरफ्तार किया. पुलिस ने फिर उसकी निशानदेही पर एक अन्य रिसीवर बजरंग को पकड़ा तब जाकर हत्या में शामिल मोनू और अजय तक पहुंच सकी. इन दोनों पर उत्तर पश्चिम के विभिन्न थानों में लूट और हत्या के प्रयास के 4-4 मामले दर्ज हैं.