उत्तरी दिल्लीः दिल्ली देहात के इलाकों में बने श्मशान घाटों की हालत पुरसाहाल नहीं है. यही कहाना कादीपुर श्मशान घाट की भी है. ढाई दशक से इसकी किसी ने सुध नहीं ली थी. टीन शेड टूटे थे, लकड़ियों के रखने की व्यवस्था भी ठीक नहीं थी. नतीजतन श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार के लिए आने वाले परिजनों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता था. इसके लिए लोग लंबे समय से निगम का ध्यान खींच रहे थे. आखिरकार अब नगर निगम को श्मशान घाट (मोक्षधाम) की सुध आई है. अब दिल्ली नगर निगम की ओर से श्मशान घाट के जीर्णोद्धार का काम शुरू किया गया है.
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श्मशान घाट में काम करने वाले एक शख्स ने बताया कि टीन शेड टूटे होने से बारिश के दिनों में लकड़ियां गीली हो जाती थीं. लेकिन कुछ दिनों से इसमें सुधार का काम सुरू हुआ है. श्मशान घाट के जीर्णोद्धार के लिए मजदूरों को लगाया गया है. वहीं समाजसेवी हरपाल राणा ने बताया कि वह लंबे समय से श्मशान घाट के जीर्णोद्धार के लिए पत्राचार कर रहे हैं.
30 लाख से होगा जीर्णोद्धारः राणा ने बताया कि करीब 25 साल पहले श्मशान घाट में काम कराया गया था, उसके बाद अब तक सरकार ने इसकी सुध नहीं ली. धीरे धीरे कर श्मशान घाट बदहाल होता चला गया, शव का अंतिम संस्कार करने के लिए यहां पर जो टीन शेड लगाए गए थे वह जर्जर हो गए हैं. इससे हादसे का खतरा मंडराता रहता है. लेकिन अब करीब 30 लाख की लागत से यहां पर जीर्णोद्धार कार्य कराया जा रहा है. अंतिम संस्कार के लिए जरूरी सभी सामान की व्यवस्था यहां पर की जाएगी, ताकि लोगों को परेशानी का सामना न करना पड़े.