नई दिल्ली: बांग्लादेश के रास्ते नेपाल और बिहार होते हुए जाली नोटों को दिल्ली और आसपास के राज्यों में खपाया जा रहा है. ये खुलासा स्पेशल सेल द्वारा पकड़े गए एक तस्कर ने किया है.
संतोष नाम का युवक गिरफ्तार
पुलिस ने संतोष नामक युवक को गिरफ्तार कर उसके पास से पांच लाख रुपये के जाली नोट बरामद किए हैं. सभी नोट दो हजार रुपये के हैं. पुलिस उससे जुड़े अन्य तस्करों की तलाश कर रही है.
छह महीने से काम कर रही थी पुलिस
डीसीपी संजीव यादव के अनुसार स्पेशल सेल के इंस्पेक्टर विवेकानंद पाठक और कुलदीप सिंह जाली नोटों की तस्करी को लेकर बीते 6 महीने से काम कर रहे थे. उन्हें पता चला कि दिल्ली में बांग्लादेश से लाकर भारी मात्रा में जाली नोट खपाए जा रहे हैं. इसे ध्यान में रखते हुए टेक्निकल सर्विलांस और मुखबिरों की मदद से पुलिस ने छानबीन शुरू की. इस दौरान यह पता चला कि बांग्लादेश से जाली नोट की खेप नेपाल आती है. वहां से बिहार के रास्ते इसे दिल्ली और आसपास के राज्यों में भेजा जा रहा है. इसके अलावा मालदा के रास्ते भी जाली नोट आ रहे हैं.
कश्मीरी गेट से हुआ गिरफ्तार
हाल ही में उन्हें सूचना मिली कि इस पूरे नेटवर्क से जुड़ा संतोष कुमार आईएसबीटी कश्मीरी गेट के पास जाली नोटों की खेप लेकर आएगा. सूचना मिलते ही पुलिस टीम कश्मीरी गेट के पास पहुंची और संतोष कुमार को पकड़ लिया गया. तलाशी में उसके पास से पांच लाख रुपये के जाली नोट बरामद हुए. सभी नोट दो हजार रुपये के हैं. उसने पुलिस को बताया कि वो बिहार के मोतिहारी निवासी नवल से जाली नोट लेकर आया था. इसे यूपी, हरियाणा और दिल्ली में उसे सप्लाई करना था.
800 रुपये में मिलता है दो हजार का नोट
आरोपी संतोष दसवीं कक्षा तक पढ़ा हुआ है. वो पहले नेपाल में एक लकड़ी की फैक्ट्री में काम करता था, लेकिन बाद में नौकरी छोड़कर भारत लौट आया. उसी दौरान उसकी मुलाकात नवल से हुई. उसने संतोष को जाली नोटों की तस्करी में लगा दिया. उसने पुलिस को बताया कि वह बीते एक साल से जाली नोटों की तस्करी कर रहा है. वो दो हजार रुपये का जाली नोट 800 रुपये में खरीदता था. वहीं आगे वो इस नोट को एक हजार से 1200 रुपये में बेचता था. अब तक वो 20 लाख से ज्यादा रुपए बाजार में खपा चुका था.