नई दिल्ली: नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने इस बार यमुना घाट पर छठ पर्व मनाने पर रोक लगा दी है. इसके बाद दिल्ली के कई इलाकों (artificial chhath ghat in Delhi) में आर्टिफिशियल छठ घाट बनाए गए. देश की राजनधानी दिल्ली में दो साल बाद लोग धूमधाम के साथ इस बार छठ का त्यौहार मना रहे हैं. इसी क्रम में दिल्ली के पुष्प विहार में आर्टिफिशियल छठ घाट पर व्रतियों ने उगते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया.
तस्वीर देश की राजधानी दिल्ली के सेक्टर 5 पुष्पविहार और दिल्ली के लडोसराय की है. यहां तालाब को इस तरीके से बनाया गया है, ताकि महिलाएं आराम से इसमें पूजा कर सकें और उन्हें किसी दिक्कत का सामना भी ना करना पड़े. लोगों ने बताया कि यह कहने को आर्टिफिशियल पौंड जरूर है लेकिन इसमें सारी चीजें उपलब्ध हैं. तालाबों के बगल में ही चेंजिंग रूम भी है.
दिल्ली की खेल लाडो सराय में छठ घाट पर सैकड़ों की संख्या में लोगों ने छठ मैया की पूजा की और डूबते हुए सूरज को अर्घ्य दिया. इस मौके पर दिल्ली की पूर्व निगम पार्षद अनिता चौधरी ने कहा है कि छठ एक बड़ा महापर्व है और पूरे देश भर में इसे मनाया जाता है. उन्होंने कहा कि सरकार ने जो लोगों से वादा किया था उसे पूरा नहीं किया. दिल्ली सरकार की तरफ से कहा गया था कि करोड़ों का बजट इस बार छठ घाटों के लिए दिया जाएगा, लेकिन छठ घाटों के लिए कुछ नहीं दिया गया. यहां पर हर साल इस तरह का आयोजन होता आ रहा है और वह खुद अपने द्वारा यह पूरा आयोजन करवाती हैं. उन्होंने यह भी कहा कि सरकार रहे या ना रहे, लोगों से प्रेम और स्नेह की वजह से वहां पर आती रही हैं.
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दिल्ली पुष्प विहार आरडब्लूए के लोगों ने आरोप लगाया है कि दिल्ली सरकर ने कहा था कि छठ पूजा के लिए करोंडों का फंड दिया जाएगा, लेकिन हमें कोई एक पैसों की मदद नहीं मिली. इसको लेकर स्थानीय विधायक अजय दत्त से भी लोगों ने कई बार मुलाकात की, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला है.
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