नई दिल्ली: सोमवार को दिल्ली के कई इलाकों में हुई भीषण हिंसा के विरोध में नेशनल स्टूडेंट यूनियन ऑफ इंडिया (NSUI) ने उपराज्यपाल अनिल बैजल के घर का घेराव किया, इसके साथ ही गृहमंत्री अमित शाह के इस्तीफे की मांग की. एनएसयूआई तमाम छात्र और कार्यकर्ताओं के साथ उपराज्यपाल के घर के बाहर पहुंचा, जहां से सिविल लाइंस थाने के बाहर तक उन्होंने अपना विरोध प्रदर्शन किया.
'गुजरात दंगों की याद दिला रही दिल्ली हिंसा'
एनएसयूआई के स्टेट इंचार्ज निखिल काम्बले ने कहा जिस प्रकार दिल्ली में दंगे किए जा रहे हैं, यह गुजरात दंगों की याद दिला रहे हैं. केंद्र सरकार कोई भी कड़े कदम नहीं उठा रही है, और दिल्ली की हालत ऐसी हो गई है कि आज सरेआम कोई गोली चला कर किसी को भी मार रहा है. ऐसी स्थिति पर गृहमंत्री अमित शाह को इस्तीफा दे देना चाहिए, इसी मांग को लेकर आज हम यहां इकट्ठा हुए हैं.
'केंद्र और राज्य दोनों सरकार जिम्मेदार'
एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं से जब हमने दिल्ली में हुई हिंसा के लिए कौन जिम्मेदार है सवाल किया, तो उनका कहना था कि दिल्ली सरकार और केंद्र सरकार दोनों ही इसके लिए जिम्मेदार है, दोनों एक समान हैं ना तो राज्य सरकार और ना ही केंद्र सरकार इस हिंसा को रोक पा रही है, ऐसे में लोगों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है.
'अमित शाह को दे देना चाहिए इस्तीफा'
एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं का कहना था कि लॉ एंड ऑर्डर गृह मंत्रालय के अधीन आता है, और ऐसे में स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है. लगातार हिंसा अलग-अलग राज्यों में हो रही है, जिसके लिए केवल और केवल गृह मंत्रालय जिम्मेदार है. गृह मंत्री अमित शाह को इस्तीफा दे देना चाहिए, क्योंकि वह अपने पद को नहीं संभाल पा रहे हैं, अपने अधिकारों का इस्तेमाल सही से नहीं कर रहे हैं.